नरेन्द्र मोदीक जीवन ओ २५ महान विवाद जेकर कारण ओ बनि गेला विश्वनेता

महापुरुष नरेन्द्र मोदीक जीवन सँ जुड़ल २५ महान् विवाद

इतिहासक पन्ना उल्टाउ, महापुरुषक जिवनी पढू, एहेन कियो महान् लोक नहि भेटता जिनकर जीवन सँ जुड़ल कतेको रास प्रसंग मे विवाद नहि हो।

भारतीय राजनीति मात्र नहि, विश्व राजनीतिक परिवेश मे २१म शताब्दीक सर्वाधिक चर्चित व्यक्तित्व आ राजनेताक रूप मे विश्वक सब सँ पैघ लोकतंत्रक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केर नाम लेल जाइत अछि। एक प्रखर राजनीतिक पुरूष केर रूप मे हिनक बहुत बात केर हम २०म शताब्दीक आखिरी सांध्यबेला यानि १९९९ सँ पढैत-गुनैत-देखैत-बुझैत आबि रहल छी। ताहि समय मे ई भारतीय जनता पार्टीक महासचिव केर रूप मे काफी चर्चा मे आबि गेल रहथि। सम्माननीय अटल बिहारी वाजपेयी केर नेतृत्व मे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबन्धनक सरकार सेहो अपार जनमत सँ भारतक केन्द्रीय शासन मे आबि गेल छलाह, ताहि समय नरेन्द्र मोदी राष्ट्रीय स्वयंसेवक प्रचारक सँ राजनीति मे प्रवेश कएने रहथि। आर फेर किछुए समय बाद हिनका गुजरात केर जिम्मेदारी देल गेलनि। तदोपरान्त कारसेवक पर हमला आ पोस्ट गोधरा हिन्दू-मुस्लिम दंगा मे हिनक नेतृत्वक सरकार प्रति एक अत्यन्त कठोर आरोप, एतेक तक कि हिनकर पार्टीक सब सँ प्रभावशाली नेता आ देशक तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल जी केँ सेहो हिनका ‘राजधर्म’ निर्वाह करैत सब जनता केँ एक रंग बुझबाक लेल पब्लिक एड्रेस (सार्वजनिक संबोधन) मे कहय पड़ल छलन्हि। परन्तु तहिये सँ नरेन्द्र मोदीक एक कठोर स्वरूप जे पब्लिक केर दिमाग मे ठाढ भेल से एक ‘विरोधाभास’ (विवाद) आइ धरि कतेको लोकक मानसपटल सँ हँटि नहि सकल अछि। चूँकि नरेन्द्र मोदीक यथार्थता केँ बड़ा नजदीक सँ अध्ययन-मनन करैत आबि रहल छी, तेँ हमरा मोन मे हिनकर व्यक्तित्व प्रति कतहु सँ कोनो दुविधा नहि अछि।

हिनकर कतेको रास पुरान साक्षात्कार मे हिनकर बजबाक शैली, बात रखबाक तौर-तरीका आ देशक प्रति सोच हमरा सनक लोक केँ बड पैघ प्रशंसक बनेलक। विशेष रूप सँ हमर जीवन सँ जुड़ल एक अत्यन्त खास पक्ष जे हम जातिवादिताक चपेट मे आबिकय अपन उच्च अध्ययन सँ वंचित भऽ गेलहुँ, हम अपन स्नातक पूरा नहि कय सकलहुँ आर पिता सँ सुझाव लेलापर ओ आचार्य बिनोबा भावेक उदाहरण हमरा देने रहथि आ कहने रहथि जे डिग्री सिर्फ नौकरी लेल चाही तऽ डिग्री ब्यर्थ छैक…. जीवन लेल ज्ञान आ प्रतिभा चाही ताहि लेल डिग्रीक कोनो जरूरत कतहु नहि पड़ैत छैक… आर यैह बात राजीव शुक्ल (ताहि समय दूरदर्शन पर वरिष्ठ पत्रकार) संग हिनक एक साक्षात्कार देखने रही आर पिताक बात मोन पड़ि गेल छल। ज्ञान आ जानकारी अपना तरहें सब केँ हासिल करबाके चाही। नरेन्द्र मोदी एहि बातक समर्थन कएने रहथि। कंप्यूटर, इन्टरनेट, टेक्नोलोजी, संचार, भ्रमण, अध्ययन, रुचि – बहुत विषय मे हिनकर राखल बात-विचार अत्यन्त प्रभावित कएने छल। पर्वतारोहण मे एवरेस्ट पर पहुँचबाक प्रयत्न, कैलाश मानसरोवर धरि पैदल जेबाक संस्मरण, गाम-गाम आ ठाम-ठाम घुमिकय समाज संग सहकार्य करबाक विचारविन्दु, आह! कतेको रास महान आ प्रेरणास्पद बात कहलनि। हिनकर आदर्श पुरूष मे स्वामी विवेकानन्द या रामकृष्ण परमहंस, साहित्य आ लेखनीक महत्व, बामोस्किल हाई स्कूल धरि पढाई कयनिहार व्यक्तित्व आ बाद मे अपन सीनियर सभक प्रेरणा सँ थोड़-बहुत आगुओ विधिवत् पढाई आदि करबाक सब विचार प्रभावित कएने छल। आइ, हम एहि महान् व्यक्तित्वक जीवन सँ जुड़ल २५ गोट ‘कन्ट्रोवर्सीज’ पर लेखक सुनील राजगुरुक अंग्रेजी लेख ’25 Controversies of Narendra Modi’ पर किछु चर्चा करय चाहब। लेख मे चर्चित ओ समस्त विन्दु पर अपन पाठक केर दृष्टि चाहबः

१. नरेन्द्र मोदी “ए सुपर सीएम” – गुजरात मे संगठनक काज सँ हिनक प्रवेश भेला पर अपनहु पार्टीक नेता लोकनि द्वारा हिनकर शिकायत कयल जाइछ जे संगठनक नाम पर ई आर नेता सभक बात कम सुनैत छथि। लेकिन नरेन्द्र मोदीक तर्क आ विचार सँ प्रभावित हिनक शीर्ष नेतृत्व हिनका ताहि लेल दन्डित कय पाछाँ नहि ठेलैत अछि, बल्कि ई गुजरातक ‘मुख्यमंत्री’ पद केर दावेदार बनि जाइत छथि। एतबा नहि, अपन कार्यशैली सँ सब केँ प्रभावित करैत ‘सुपर सीएम’ अपन विरोधी द्वारा सेहो कहाय लगैत छथि।

२. हिमाचल प्रदेशक कांग्रेसी नेता सुखराम केँ समर्थन – १९९० केर दशक मे हिमाचल प्रदेशक कांग्रेसी नेता सुखराम केर गर सँ ३.६ करोड़ नगद बरामद भेला पर ओ काफी कुचर्चा मे अबैत छथि। ताहि समय हिमाचल केर पार्टी महासचिव आ हिमाचल केर इन्चार्ज केर हैसियत मे श्री नरेन्द्र मोदी सुखराम संग समझौता कय हुनकर समर्थन सँ हंग असेम्बली (अस्पष्ट बहुमतक स्थिति) मे सत्ता हथियाबय मे सफल भऽ जाइत छथि।

३. गुजरातक दंगा – श्री मोदी जीक जीवनक सब सँ पैघ विवाद गुजरात दंगा केँ मानल जाइत अछि। पहिने तऽ हिनका ऊपर एहि तरहक दंगा करेबाक आरोप सेहो मढल गेल रहय। तदोपरान्त पुलिस प्रशासन पर प्रभावित करबाक आ एकपक्ष पर हिन्सा करेबाक आरोप सेहो लगाओल गेल। हिनक सम्पूर्ण जीवन एहि सँ प्रभावित हेबाक बात सर्वविदिते अछि। परञ्च भारतीय न्यायपालिका व विभिन्न जाँच आयोग – एतेक तक कि सीबीआई केर विशेष जाँच दल आदि समस्त जाँच मे हिनकर निश्छल चरित्र पर कोनो आँच नहि आबि सकल।

४. गुलबर्ग सोसायटी – तीस्ता सीतलवाड़ द्वारा पूर्व कांग्रेसी नेता एहसान जाफरी केँ पुलिस सुरक्षा नहि उपलब्ध करेबाक कारण २००२ केर गुलबर्ग सोसायटी दंगा मे जाफरीक हत्या हेबाक आरोप नरेन्द्र मोदी पर लगायल गेल छल। कतेको वर्ष धरि तीस्ता सीतलवाड़ हिनकर पाछाँ जी-जान लगाकय पड़ि गेल छलीह, लेकिन आइ उल्टे ओ एक भ्रष्टाचार केर केस मे जेल यातना आ कानूनी लड़ाई मे फँसि गेल छथि।

५. संजीव भट्ट – एक पूर्व आइपीएस अधिकारी संजीव भट्ट द्वारा नरेन्द्र मोदी पर ई आरोप लगेलनि जे नरेन्द्र मोदी एक पुलिस पदाधिकारीक बैठक मे हिन्दू केँ उकसेलनि आ गोधरा हत्याकांडक बदला लेबाक लेल कहलनि जाहि सँ दंगा भड़कल। परन्तु दोसर उच्च पुलिस पदाधिकारी एहि बातक खंडन कयलनि, भट्ट केँ परिणामतः नौकरी सँ बर्खास्त कय देल गेलनि, बर्खास्तगीक विरुद्ध ओ सुप्रीम कोर्ट मे अर्जी दाखिल केलनि जे ओतहु खारिज कय देल गेलनि।

६. हरेन पाण्ड्या हत्याकाण्ड – २००३ मे पूर्व गुजरात गृहमंत्रीक हत्या कयल गेल छलन्हि। हुनक पत्नी एहि हत्याकाण्ड केँ राजनीतिक हत्या कहल गेल छल आर एहि लेल मोदी शासन जिम्मेदार हेबाक संकेत कयल गेल छल। लेकिन ईहो हत्याकाण्डक जाँच मे मोदी या हिनक प्रशासन दोषमुक्त सिद्ध भेल।

७. इशरत जहाँ – तीन गोट सन्देहास्पद आतंकी पुलिस एनकाउन्टर मे २००४ मे मारल गेल छल। इशरत ओकरे सभक संग छल। तेँ ई ‘इशरत जहाँ फेक एनकाउन्टर केस’ सँ बेसी प्रचारित भेल रहय। परञ्च बाद मे विभिन्न जाँच सँ ई सिद्ध भेल जे इशरत जहाँ व अन्य मारल गेल लोक सही मे आतंकी गतिविधि मे सहभागी छल।

८. अमित शाह – मोदी जी केर परम-विश्वासीक रूप मे प्रसिद्ध अमित शाह स्वयं अनेकों विवाद मे फँसल मानल जाइत छथि। लेकिन आइ देखिये रहल छी जे एक दिश मोदी जी प्रधानमंत्रीक तौर पर देश आगू बढा रहला अछि त दोसर दिश भारतीय जनता पार्टीक बागडोर वैह परम मित्र आ भाइ अमित शाह चला रहला अछि। २०१० मे शोहराबुद्दीन शेख केर एनकाउन्टर केस मे अमित शाह केँ गिरफ्तार कयल गेल छलन्हि। तहिया कियो ई सोचनहियो नहि होयत जे एक दिन ई दुनियाक एतेक पैघ राजनीतिक दलक अध्यक्षता करता।

९. जशोदाबेन – मोदी जी सेहो बाल विवाह मे पड़ि गेल छलाह। हुनक बाल बधू छलीह जशोदाबेन। आइ धरि जशोदाबेन असगर जीवन व्यतीत कय रहली अछि। सोशल मीडिया मे ई बात बेर-बेर अबैत अछि जे अपन विवाहिता पत्नी केँ संग नहि रखबाक जुर्म मोदी जी कयलनि। लेकिन सिद्धान्त सँ बान्हल मोदी जी एहि सम्बन्ध मे अपन पत्नी सँ आदेश लय अपन जीवन मुक्त आ निर्बाध रूप मे आगू बढेबाक काज कयलनि, गृहस्थी धर्मक बन्धन मे नहि पड़लाह। एहि सम्बन्ध मे हुनक पत्नी केँ सेहो कोनो शिकायत हुनका सँ नहि छन्हि। तथापि, चर्चा त चर्चे होइत छैक, विवादक रूप मे ई कतेको बेर सोझाँ अबैत रहैत अछि।

१०. संयुक्त राज्य अमेरिकाक वीसा – अमेरिकाक इमीग्रेशन आ नेशनलिटी एक्ट अन्तर्गत गुजरातक मुख्यमंत्रीक रूप मे मोदी जी केँ वीसा नहि देल गेलनि। प्रधानंत्री बनिते ओ प्रतिबन्ध स्वतः समाप्ते टा नहि भेल बल्कि हुनका भव्य सम्मान सँ अमेरिका मे स्वागत सेहो कयल गेलनि।

११. गर्लफ्रेन्ड प्रहार – शशि थरूरक गर्लफ्रेन्ड सुनन्दा पुष्कर केर रहस्यमयी मृत्यु पर मोदी जी ‘५० करोड़ केर गर्लफ्रेन्ड’ कहने रहथिन, जे शशि थरूर – आइपीएल स्वेट इक्विटी केस आ ट्विटर पर काफी विवाद मे आयल छल।

१२. गुजरात लोकायुक्त – गुजरात मे लोकायुक्त केर नियुक्तिक विषय सेहो काफी दिन धरि विवाद मे रहल। जखन-जखन मोदी जी कोनो लोकायुक्त केर नामक प्रस्ताव देथि तखन-तखन ओहि ठामक राज्यपाल कमला बेनीवाल ओकरा निरस्त कय देथि। ई कतेको वर्ष धरि चलैत रहल। अन्त मे मोदी जी राज्यपाल केँ अपनहि पद छोड़य लेल बाध्य कय देलनि।

१३. रैम्बो हेडलाइन – एक गोट समाचारपत्र द्वारा मोदी रैम्बो एक्ट मे १५००० लोक केँ बचेबाक समाचार छापि देलक, एहि लेल मोदी जीक काफी भर्त्सना कयल जाय लगलनि। तखन समाचारपत्र द्वारा माफीनामा दैत ओहि समाचार केँ स्वतः वापस लय लेल गेल।

१४. #Puppygate: समाचार एजेन्सी रायटर संग भेल एक साक्षात्कार मे मोदी कहने छलखिन जे एकटा कुकुरक बच्चो पर सँ जँ कोनो कार रौंदैत (चढबैत) चलि देत तँ हुनका ओहि बातक बहुत कष्ट होयत। ई समाचार हैशटैग पप्पीगेट सँ ट्विटर पर काफी हंगामा मचौने छल। एकरा लोक मोदी द्वारा मुस्लिम पर अप्रत्यक्ष कटाक्ष केर रूप मे व्याख्या करब समान बुझि लेने छल। ई हंगामा काफी दिन धरि चलल।

१५. Snoopgate – गुजरातक एक लड़की पर गुप्तचरीक आरोप सेहो मोदी जी पर लागल छलन्हि, ई बात मीडिया मे काफी जोर-शोर सँ उठल जाहि पर याचिकाकर्ता द्वारा सर्वोच्च न्यायालय मे बात उठायल गेल आर फलस्वरूप उच्च न्यायालयक एक पूर्व जज केर अगुवाई मे एकटा जाँच आयोग सेहो गठन कयल गेल।

१६. गुजरात मे कुपोषणक मुद्दा – एक दिश जखन मोदी जी द्वारा गुजरात मोडेल केर विकासक बात कयल गेल, ओतहि हुनक विरोधी पक्ष द्वारा गुजरात मे कुपोषणक शिकार – भुखमरीक हालात आदि पर काफी हो-हल्ला मचल। लेकिन अन्ततः ओ सब हावाबाजी मात्र सिद्ध भेल।

१७. फेकू – ट्विटर वार मे ‘फेकू’ शब्द मोदी जी लेल काफी बेर प्रयोग होइत देखल जाइछ। एहने एक उदाहरण#JumlaBhagaLondon सेहो छल। मोदी जी केर विरोधी केँ एहि तरहक क्षुद्र नामकरण आ प्रहारक शब्द सब भेटैत छन्हि। लेकिन एहि सब सँ हुनक बदनामी होयबाक बदला विशाल संख्या मे प्रशंसक बढैत देखल जाइछ। काल्हिये अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प सँ सेहो ओ फोलोवर्स केर संख्याक हिसाबे आगू बढि विश्वक सर्वाधिक लोकप्रिय नेता बनि गेलाह फेसबुक पर। मोदी-विरोधी खेमा कतबो नव-नव शिगूफा आनि हुनक मानमर्दन करय चाहैत अछि, लेकिन भाग्यवीर मोदी एहि सब सँ आर वलिष्ठ होइत देखल गेला अछि।

१८. इलेक्सन सेल्फी – लोकसभा चुनावक समय मोदी जी अपन चुनाव चिह्न कमल फूल संग सेल्फी (अपनहि सँ अपन) फोटो खींचि पोस्ट कयलनि जे चुनाव आयोग तक शिकायत रूप मे पहुँचि गेल छल।

१९. संघ परिवारक कथन – मोदी जी केर प्रधानमंत्री बनि गेलाक बाद संघ द्वारा कहल गेल जे मोदी जी केर कैबिनेट मिनिस्टर्स लोकनि कतबो कठिन परिश्रम करथि, लेकिन हिन्दू धर्म या संत आदिक बारे मे कोनो तरहक टीका-टिप्पणी केला सँ मोदी जी केर छवि धुमिल होयत।

२०. ओबामाक फटकार – बाराक ओबामा (ताहि समय अमेरिकी राष्ट्रपति) कहलखिन जे पूर्व मे एक धर्म या आस्था मे विश्वास रखनिहार द्वारा दोसर धर्म या आस्था पर प्रहार केवल अपनहि धर्म आ आस्था केँ ऊपर मनबाक कारण होइत अछि, ई सब एहेन बात भेल जे गांधीजी केँ बड कष्ट पहुँचबितनि। ई बात मोदी जी लेल एक तरहक इशारा मानल गेल छल।

२१. लुइस व्युटन शाल – मोदी जी द्वारा प्रयोग मे आनल गेल एक शाल केँ लुइस व्युटन शाल कहिकय काफी आलोचना कयल गेल छल।

२२. २० लाख टकाक सूट – हालांकि मोदी जी पहिनहि सँ साफ-सुथड़ा आ नीक पहिरन केर पसंद कयनिहार रहलाह, परन्तु प्रधानमंत्री बनि गेलाक बाद स्वयं केँ प्रधान सेवक केर संज्ञा देनिहार मोदी जी केर सूट केर दाम २० लाख सँ १५ लाख होइत-होइत अन्त मे १० लाख धरि पहुँचल। आर, ई सब बात हिनकर विरोधी द्वारा काफी चर्चा मे आनल गेल।

२३. क्रिश्चियन चर्च पर आक्रमण – मोदी जी केर भारत मे चर्च पर आक्रमण सेहो एकटा पैघ मुद्दा किछु समय लेल बनि गेल छल।

२४. अवार्ड वापसी – #AwardWapsi – मोदी जी केर राज्य मे हिन्दू बहुल्यजनक वर्चस्व बढि जेबाक कारण आन अल्पसंख्यक मे सुरक्षाक अभाव आ असहिष्णुता आदिक नाम पर, अखिलेश यादवक उत्तर प्रदेश केर शासनकाल मे दन्डहीनता आदिक कारण गोहत्या कयनिहार पर भीड़ केर आक्रमण आदि केँ बहाना बनाकय देशक किछु जानल-मानल सर्जक लोकनि द्वारा सम्मान वापसीक घटना सेहो काफी विवाद उत्पन्न कयलक। आर एहि सभ स्थितिक केन्द्र मे भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केँ राखल गेल।

२५. विदेशक अनेकों बेरक यात्रा – मोदी जी द्वारा कयल गेल विदेश भ्रमण, ताहि पर भेल देशक खर्चा, इत्यादि बात सेहो काफी विवाद आ वादक विषय रहल। जानकार मानैत छथि जे पूर्वहु केर प्रधानमंत्री विदेश यात्रा पर जाइते रहलाह, परञ्च मोदी जी केर यात्राक तौर-तरीका सेल्फी आदि सँ विवाद सदैव चरम पर रहल। विपक्षी लेल यैह सब मुद्दा भेल।

बाकी, अंग्रेजी मे पढबाक लेल एतय देखू :http://www.sify.com/news/25-controversies-of-narendra-modi-imagegallery-3-features-plqmnodhgeieg.html

एखन एकटा नया विवाद सेहो खूब चलि रहल अछि। विपक्षी ई हवा बना रहला अछि जे –

*मोदी जी हिटलर जेकाँ तानाशाह छथि।

*मोदी जी जँ एहि बेर जीत जेता तऽ भारत मे फेर चुनाव नहि होयत, यानि प्रजातंत्र समाप्त भऽ जायत।

*मोदी जी देश पर पाकिस्तान संग युद्ध थोपि रहला अछि।

*मोदी जी चुनावी लाभ लेल सेनाक नाम भजा रहला अछि।

*मोदी जी हिन्दू छोड़ि आन धर्मक लोक लेल हितैषी नहि छथि।

आदि।

हम लेख केँ एतहि समेटैत अपन आजुक छुट्टीक दिन केँ सफल मानि रहल छी जे कम सँ कम एक महापुरुष केर जीवन संग जुड़ल कइएक विवाद रहितो ओ व्यक्ति कोना महान् छथि से एतय लिखि सकलहुँ। अस्तु! भेटब फेर २३ मई केर बाद, ऐगला सम्बन्धित लेख मे।

हरिः हरः!!