जेना पंजाबी हिन्दीक चैनल पर तहिना मैथिली सेहो सर्वत्र सुनल जायतः गायिका छाया कुमार केर सपना

मैथिलीक उभरैत गायिका छाया कुमार सहित अनेकों महत्वपूर्ण साक्षात्कार

साक्षात्कार

मिथिलाक माटि-पानि-हवा सब किछु मे प्रतिभा छलकैत अछि। जन-जन मे विशिष्टता एहि माटि-पानिक पहिचान थिक। दिक्कत ई अछि जे मिथिला लेल सब किछु उचित ढंग सँ संगठित नहि रहबाक कारण एहि प्रतिभासम्पन्न एक-एक महत्वपूर्ण व्यक्ति केँ हमरा लोकनि चिन्हि नहि पाबि रहल छी। हालहि भेंट भेल छलीह एक एहने बहुप्रतिभासम्पन्न युवती ‘छाया कुमार’ सहरसाक मिथिला कला साहित्य आ फिल्म महोत्सव मे। ओ अपन गायन सँ बहुत प्रेरित केलनि श्रोता लोकनि केँ, तहिना अपन अपन पारंपरिक पहिरन मे आधुनिकताक फ्युजन सहित केर श्रृंगार मे सजल छाया कुमार नामहि अनुरूपे आकर्षण सँ भरल व्यक्तित्व सँ सेहो दर्शक बीच अपन अलग पहिचान स्थापित करय मे सफल भेलीह। मैथिली जिन्दाबाद केर सम्पादक प्रवीण नारायण चौधरी द्वारा कयल गेल साक्षात्कार मे हिनकर वैचारिक प्रस्तुति सेहो ओतबे आकर्षक आ प्रेरणास्पद अछि। आउ पढी हिनका संग भेल साक्षात्कार केँ विस्तार सँः

प्रवीणः छायाजी, अहाँक प्रस्तुति श्रोता-दर्शक लोकनि केँ काफी प्रेरित केलक सांस्कृतिक कार्यक्रम मे। एकटा गायिका लेल साज-बाज केर सहयोग बड महत्वपूर्ण स्थान रखैत छैक। परञ्च बिपरीतो परिस्थिति मे अहाँक गायन आ आवाज बहुत आकर्षक रहल। गायन मे रुचि आ एखन धरिक यात्रा केना-केना भेल अछि?

छायाः गायन के नींव हमर पापा के देन छनि। मैथिली लोक गीत सँ शुरू भेल गायन केर शिक्षा आ पापा और माँ पहिल गुरु छलाह। ओहि क्रम मे शास्त्रीय संगीत केर शिक्षा सेहो विधिवत रूपे भेल आ प्रयाग संगीत समिति, इलाहाबाद सँ प्रभाकर केलहुँ। पढ़ाई मे सेहो बहुत झुकाव छल, इंजीनियरिंग पूरा केलहुँ तकर बाद नामी-गिरामी मल्टी-नैशनल कंपनी संग जॉब। स्कूल, कॉलेज, ऑफिस हर जगह एक टा अलग पहचान रहल अपन गायकीक कारण। 

जखन धरि पटना में छलहुँ चेतना समिति केर कार्यक्रम मे हरेक वर्ष रहैत छलहुँ। तखन हम आ हमर दीदी, दुनू गोटे संगे गबैत रही। रचना-छाया केर जोड़ीक नाम सँ जानल जाएत रही। पटना सँ निकललाक बाद हिन्दी, मैथिली और अन्य दक्षिण-भारतीय भाषा मे सेहो गीत चलैत रहल। बीच मे देश सऽ बाहर रही किछु दिन, जखन वापस एलौं तऽ फेर पूरा एकाग्रचित्त सऽ मैथिलीक सेवा में जुटि गेलहुँ। 

हम कनी प्रायोगिक प्रवृत्ति के छी। मैथिली रिकॉर्डेड गीत सब सुनय छलहुँ, तखन तऽ सब एके सन के गीत भेटाइत छल। हमरा मोन भेल जे हम नब प्रयोग सब केने छी पहिने मंच पर, आ कऽ सकय छी आरो, तऽ कियैक न एक टा एल्बम निकालल जाए। २०१३ मे किछु प्रायोगिक गीत केर संग एल्बम रिलीज केलहुँ। ओहि एल्बम केर गीत सब यूट्यूब पर देलौं आ अहाँ सबहक सराहना एवं आशीष भेटय लागल। शिव कुमार झा ‘टिल्लू’ जी पहिल बेर हमरा टैग केने रहथि गीतक संग फेर आरो लोक सब धीरे धीरे प्रोत्साहन देबऽ लगलैथ। ३१ दिसंबर २०१७ केँ मिथिला मिरर केर ललित नारायण झा जी संग साक्षात्कार श्रोता तक पहुंचय मे एकटा और मील केर पाथर सिद्ध भेल। 

कटाक्ष करय वाला किछ गोट सेहो छलथि, किन्तु हम अप्पन प्रयास और हितजन के शुभकामना संग अप्पन काज करैत रहलऊँ एखन धरि आ करैत रहब।

प्रवीणः बहुत बढियाँ प्रतिबद्धता। अहाँक विचार सेहो गायन जेकाँ ठोस आ स्पष्ट बुझाइत अछि। एखन धरिक प्रकाशित कृति – एल्बम आदि कि सब अछि?

छायाः पहिल एल्बम २०१३ मे रिलीज भेल छल “मैथिली छाया  गीत”। ओहि सँ पहिने सिर्फ मंच पर गबैत छलहुँ। तखन सीडी में एल्बम निकलल रहय किंतु सीडी केर मार्केट तखन खत्मे छल, श्रोता आलरेडी साॅफ्ट काॅपी दिस बढ़ि गेल छलथि। 

मार्केट केर ई अनुभव के बाद हम एक एक टा कऽ गीत रिलीज करै लगलहुँ अपन यूट्यूब चैनल “Chhaya Kumar”  (www.youtube.com/ChhayaKumar) – सब्सक्राइब करब सब गोटे एहि पर। हम्मर यूट्यूब चैनल ३० दिसंबर २०१२ केँ शुरू भेल छल। पहिल एल्बम केर गीत सब सेहो जखन यूट्यूब पर देनाइ शुरु केलहुँ तखन हमर श्रोता सब सेहो बढ़ैत गेलाह। “धन्य धन्य राज अयोध्या” एवं “श्यामला पहुनमा” लोक सब बड्ड पसंद केलथि पहिल एल्बम स।

हाल केर गीत सब मे समदाउन, लगनी, तोहर पिया, पिया गेला परदेस, इत्यादि सेहो चर्चित रहल। यूट्यूब पर ‘मैथिली छाया गीत’ केर नाम सँ ई सबटा उपलब्ध अछि। श्रोता लोकनि सुनिकय प्रतिक्रिया – सलाह – सुझाव जरूर दी। आगामी समय मे आरो काज करबाक लेल अहीं लोकनिक प्रोत्साहनक सम्बल अछि।

प्रवीणः जरूर! हमरो तरफ सँ पाठक लोकनि लेल ई अनुरोध करैत छी जे छायाजी केर यूट्यूब चैनल सब कियो सब्सक्राइब करी आ निश्चित अपन-अपन फेसबुक, ट्वीटर, व्हाट्सअप मार्फत आरो-आरो श्रोता लोकनि धरि एहि गीत-एल्बम सभक प्रसार करी। छायाजी, अहाँ फिल्म आदि मे पार्श्वगायन सेहो कयलहुँ या कि केना?

छायाः पिछला साल प्रोजेक्ट आयल पार्श्वगायन के। किछु मैथिली, किछु भोजपुरी एवं जिंगल सब सेहो। आशा अछि फिल्म सब के निर्माण जल्दी भऽ कऽ अपने सब के सुनय लेल भेटत। और किछ प्रोजेक्ट सब अछि एवं ओकर कम्पोज़िशन पर काज क रहल छी।

प्रवीणः हमर विशेष शुभकामना अछि। अहाँ केँ खूब सफलता भेटय। सहरसाक मिथिला कला साहित्य आ फिल्म महोत्सव मे अहाँक प्रस्तुति – विद्यापति गीत, रविन्द्र नाथ ठाकुर केर गीत, ई सब सुनि दर्शक काफी प्रशंसा कएने छलथि। अहाँ अपन अनुभव मैथिलीक दर्शक प्रति केहेन देखैत छी?

छायाः एहि में दू टा बिंदु पर कहय चाहब। एक, एखनहुँ बहुत रास मैथिल छथि जे नहि त मैथिली सुनय छथि आ ने मैथिली केर विकास सब सँ कोनो मतलब रखैत छथि, बिल्कुल उदासीन छथि। हाँ पिछला दस साल केर जँ तुलना करब तऽ अवश्य ओहि आँकड़ा में सुधार देखायत आ हम एकर पूरा श्रेय सोशल मीडिया केँ देबय, एक दोसर सँ प्रेरणा लऽ कऽ लोक जागरूक भेलाह, भऽ रहलाह अछि। से बहुत नीक बात भेल अछि।  

आब अबैत छी श्रोता जे मैथिली सुनय छथि तिनका पर। मैथिल श्रोता अझुका समय मे कनी बँटल छथि। एक वर्ग छथि जिनका शुद्ध पारंपरिक गीत नीक लगैत  छन्हि आ एक वर्ग छथि जे नब प्रयोग सब केँ सराहना कऽ ओकरा बढ़ावा दैत छथि ताकि मैथिली भाषाक आरो प्रचार प्रसार भऽ सकय।
हमरा बहुत स्नेह भेटल अछि अपन श्रोता सब सऽ। हमर श्रोता सब टाॅप क्लास के छथि। हुनक सबहक स्नेहक गंगा में हम सदिखन ओत-प्रोत रहै छी। बहुत आभार करै चाहबैन हमर सब हितैषी सब के। अपने सबहक  स्नेह रहतै तऽ हम सब आरो नीक काज सब करबैक। 
प्रवीणः निश्चित! स्नेह आ अहाँ सब समान प्रतिभासम्पन्न गायिका संग एकटा सम्भ्रान्त व्यक्तित्व लेल सभक रहबे टा करत। मैथिलीक मंच आ अहाँ समान प्रतिभावान् कलाकार केँ अवसर – एहि दुनू विषय पर अपन विचार दी।
छायाः देखू! हम स्पष्टवादी छी तैं साफे बात कहय छी। अपन मंच पर कनी नब कलाकार लोकनिक प्रति उदासीनता रहैत छैक। सब चाहैत ई छथि जे हुनकर कार्यक्रम सुपर हिट हुअय आर ताहि लेल सिर्फ पॉप्युलर कलाकार केँ राखऽ चाहैत छथि। देखू तऽ हुनका लोकनिक दृष्टिकोण सँ ई ठीके बात थिक मुदा नब कलाकार केँ सेहो मौका देनाय आवश्यक छैक मैथिली आ मिथिला केर बेहतर भविष्य लेल। 

बैलेंस बनायल जा सकैत अछि जे एके टा गीत सऽ अवसर दियौ आ २-३ नब कलाकार केँ सब मंच पर अवसर दियैक तऽ अपने हमर सबहक कारवां बढैत आ मजबूत होइत जायत। कियैक त अपन सबहक मूल लक्ष्य सदिखन मैथिली आ केवल मैथिली रहबाक चाही। अन्यथा नब कलाकार सब मैथिली मंच सँ दूर अन्य भाषा दिस भागय लगता और एक समय एहन आयत की ऐगला पीढ़ी मे मैथिली कलाकार केर अकाल भऽ जायत। हमर प्रार्थना तऽ भगवती सऽ ई रहत जे अपन सबहक मंच पर कलाकार केर बाढि बनल रहय। 
प्रवीणः बहुत नीक बात कहलहुँ। सब केँ मौका भेटत तखनहि एकटा नव जोश बनल रहत। अहाँ भविष्य लेल गायन क्षेत्र मे कि सब योजना बनेने छी?

छायाः योजना बहुत रास अछि। हमरा फ्यूजन केनाय नीक लगैत अछि। बहुते केने छी आ देखलौँ जे आरो लोक सब सेहो आब प्रयोग केनाय मैथिली मे शुरु केलथि, बहुत प्रसन्नता होइत अछि। नब पीढ़ी केँ किछु नब सेहो देबाक चाही ताकी हुनक इंटरेस्ट बनल रहय। अहिना हमर प्रयोग आ मैथिलीक प्रति हमर सेवा हरदम जारी रहतय। आबयवला समय मे अपने सब केँ और विभिन्न काज सब भेटत हमर चैनल पर और प्रयास रहत की बेसी सऽ बेसी श्रोता केँ वापस मैथिली और मिथिला सँ जोड़ि सकी। 

पंजाबी गीत जेना हिंदी म्यूजिक चैनल पर चलैत अछि आ सब गोटे (जे पंजाबी नहि छथि सेहो) ओकर आनंद लैत छथि। तहिना जहिया हम्मर सभक मैथिली गीत सेहो नैशनल चैनल पर पहुँच जायत, हमर सपना साकार हैत, परिश्रम फलीभूत हैत।

प्रवीणः बहुत सुन्दर बात कहलहुँ, काफी ऊर्जा भेटैत अछि अहाँक विचार सुनिकय। एना लगैत अछि जे छाया कुमार समान सभक विचार हो आर मैथिली भाषाक भविष्य अत्यन्त स्वर्णिम बनय। छायाजी! अहाँ केँ फैशनक दुनिया मे सेहो काफी रुचि रहबाक बात सुनलहुँ। आर कि सब अहाँक फेवरेट अछि?

छायाः फ़ैशन मे रुचि छल आ २०१० मे हम “फैशन ब्लॉगिंग” सँ रू-ब-रू भेलहुँ किंतु तखन समय केर बहुत अभाव छल जाॅब मे व्यस्तताक कारण। बस मोने मोन प्लान करैत २०१२ मे जखन कनेक समय भेटल तऽ शुरू केलहुँ अपन ब्लॉग “Your Bubbly Butterfly”। तखने हम सब दुबई विस्थापित भेलौं। ओतय हमर ब्लॉग केँ बहुत पसंद कएल गेल। बहुत रास फैशन शो केँ सेहो कवर केलहुँ आर बहुत रास उच्च-स्तरीय ब्रैंड संग सहकारिता मे काज सेहो केलहुँ एवं संगहि हुनका सबकेँ अप्पन मिथिला पेंटिंग्स सऽ सेहो परिचित करेलहुँ। एखन एहि पर काज मद्धिम छैक समय केर कमीक वजह सऽ, संगीत पर हम्मर पूर्ण रुझान और ध्यान केंद्रित अछि, किंतु फेर सऽ शुरुआत हेतैक निकट भविष्य मे। अन्य रुचि मे हमरा मिथिला पेंटिंग मे सेहो रुचि अछि। यदि समय भेटैत अछि तऽ करैत छी। और एकटा चाव, विश्व-भ्रमण करय के सेहो अछि, समय और दिशा भेटैत हम निकैल पड़ैत छी। 

प्रवीणः बहुत सुन्दर! हम आ मैथिली जिन्दाबाद केर तरफ सँ अहाँ केँ बहुत रास शुभकामना, अपना नामक संग मिथिलाक नाम केँ विश्व भरि मे चमकाबी। साक्षात्कार लेल आभार।

छायाः अपनहुँ केँ आभार, धन्यवाद। मैथिली जिन्दाबाद केर समस्त पाठक धरि हमर विचार आ परिचिति पहुँचेबाक लेल विशेष धन्यवाद।