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“नारी दिवस विशेष”
अंजू झा। अहि छवि में हम अपन माॅ के संग छी, हमरा जीवन में हिनकर जे स्थान अई ओ दोसर के नै भ सकैया,ई हमर मां, गुरु,आ आदर्श सब छैथ। मां तऽ सबके आदर्श होई छथिन, लेकिन हमर मां के हमरा नजर में […]

“फगुआ अई अगुआएल….”
दीपिका झा। फगुआ अई अगुआएल…।। ~~~~~~~~~~~~~~~ दीपक ज्योति पूछि रहल अई, आंखिक मोती जूझि रहल अई, नैन अछि तरसाएल…….. विरहिणी बनि हम बाट बहोरति, पिया मोरा बिसराएल…… हे सखी फगुआ अई अगुआएल…।। व्यथा हृदय के […]

“अनमोल मिथिला”
आभा झा। # मिथिला में अतिथि सत्कार अतिथि देवो भवः एकटा बड पुरान आर प्रचलित कहावत छैक। जेकर अर्थ अछि मेहमान देवता के समान होइत छैथ। मिथिला में अतिथि सबहक भगवान जेकां सम्मान आर आदर सत्कार कैल जाइत छैन। अतिथि […]

“मिथिलाक भगवान”
किरण झा। अतिथि तऽ सही में भगवान के रुप में अबैत अछि 🙏🏻 हमर नैहर एक विशाल वट वृक्ष अछी हम दस भाई बहिन रही । हम त बच्चा स देखैत रहि माँ के अतिथि सत्कार करैत पिताजी […]

“अनमोल मिथिला”
सुधा देवी। मिथिला में अतिथि सत्कार अतिथि देवो भवः मतलब अतिथि भगवान कें रूप होइ छैथ हुनकर स्वागत प्रेम भाव श्रद्भा और निहस्वार्थ भाव सें कैलजायत अइछ हम तँ बचचे स देखैत ऐलौ जें हमरा घर में […]

“अतिथि सत्कार”
रेखा झा। #मिथिलामें अतिथीसत्कार🌺 अतिथी त ओ भेलथि जिनकर अयबाक सूचना नहि होय ,मतलब कखनो कोनो समय में ओ आबि सकय छथि ,आ अहि मे निपुणता अछि जे ओहि समयके ध्यान राखैथ कोना सत्काक करी, मिथिला त सत्कार लेल सदैव आगॉ […]

“पाहुन”
बेबी झा। # मिथिला में अतिथि सत्कार # अयं निज:परो वेति गणना लघु चेतसाम् उदार चरितानां तु वसुधैव कुटुंबकम् | अर्थात – छोट सोच बला व्यक्तिक लेल ई हम्मर ओ दोसर के, उदार सोच बला […]

“मिथिला महान”
शिव कुमार सिंह। #मिथिला में अतिथि सत्कार एना त अतिथि सत्कार के नाम प मन गदगद भ जाय य।घर प बराबर कोनो मेहमान अबैया त हमरा बड़ निक लगैया।खास क कोनो काम काज भेल त जेना शादी बियाह,मुण्डन,ओहि में त सब […]

“अतिथि सत्कार”
ममता झा #मिथिलामेंअतिथिसत्कार अतिथि देवो भवः के मतलब भेल कि भगवान जकाँ।जेना संपूर्ण भाव स भगवान के सत्कार निश्छल भाव स करैत छी तहिना अतिथि के सेवा सत्कार वेह भाव स करैत रहैत मिथिलानी। अतिथि के मतलब भेल “जिनकर आब के कोनो तिथि नई ओ कहियो आ कखनो आबि सकैत छैथ। हुनके हम प्रेम स […]

“अतिथि देवो भव”
कृष्ण कांत झा। #मिथिला में अतिथि सत्कार# वैदिक काल स ही भारतीय संस्कृति में अतिथि सत्कार के बहुत महत्व देल गेल अछि।एक समय में संपूर्ण भारत में अतिथि सत्कार बहुत निष्ठा स होई छल। कालांतर में मिथिला के […]