विराटनगर मे जीतिया महोत्सव केर दौर शुरू – अपन विराटगढ केर आयोजन काल्हि भेल संपन्न

विराटनगर मे जीतिया समारोह केर धूम, मिथिला महिला अगुआ लोकनिक संयोजन मे भ रहल अछि कार्यक्रमक आयोजन

विराटगर, सितम्बर १०, २०१७. मैथिली जिन्दाबाद!!

अपन विराट गढ नामक सामाजिक संस्थाक आयोजन ‘जीतिया पर्व समारोह २०७४’ काल्हि पुरना टीना फैक्ट्री कम्पाउन्ड मे भव्यताक संग सम्पन्न भेल। आयोजक संस्थाक अध्यक्ष वसुन्धरा झा द्वारा आरम्भ कएल गेल जीतिया महोत्सव केर ई छठम् वर्षक आयोजन छल। पहिल आयोजन विराटनगर केर एक सभागार सँ अत्यन्त छोट स्तर पर आरम्भ कएल गेल एहि महोत्सवक रूप दिन-ब-दिन निखार पबैत जा रहल अछि। बीच मे २०७०, २०७१, २०७२ आ २०७३ मोरंग कैम्पस केर मैदान मे होएत रहल छल, परञ्च एहि बेर महाविद्यालय मे चलि रहल परीक्षाक कारण ई कार्यक्रम बाहरी भाग रोडशेष चौक केर बगलेक खाली मैदान मे कएल गेल। बरखा-बुन्नीक मौसम रहबाक कारण कोनो न कोनो व्यवधान अवस्से अबैत अछि मुदा जाहि समर्पण संग एकर आयोजन कएल जाएछ से मानू जेना स्वयं भगवान् जितवाहनजी अपन कृपा देखबैत एकरा सब बेर सफल करैत छथि – ई भावना आयोजन संस्थाक अध्यक्षा एवम् कार्यक्रम संयोजिका वसुन्धरा झा रखलैन।

एहि आयोजनक प्रमुख अतिथि नेपाल सरकारक आपूर्ति मंत्री शिव कुमार मंडल छलाह। ओ कहलैन जे अपन जीवन मे पहिल बेर निज मातृभाषाक कार्यक्रम मे सहभागी होयबाक अवसर भेटल आर एहि सँ बहुत रास प्रेरणा भेटल। जाबत धरि हम सब अपन भाषा आ संस्कृति केँ आगू बढेबाक लेल स्वयं तत्पर नहि बनब, हमरा सभक पिछड़ापण केँ दूर करबाक काज कियो दोसर नहि कय देत। नेपाल मे गणतंत्र केर स्थापना उपरान्त सभक भाषा-संस्कृति आ धार्मिक आस्थाक संग अमूल्य इतिहास प्रति राज्य आरो बेसी जिम्मेवारीक संग संरक्षण-संवर्धन करत ताहि लेल अपना स्तर सँ सब योगदान देबाक लेल तत्पर रहब। मंत्री मंडल आयोजक संस्था केँ धन्यवाद ज्ञापन करैत आगामी समय मे आरो वृहत् सहभागिताक संग सहयोग देबाक वचनबद्धता प्रकट केलैन।

मैथिली भाषा-साहित्यक संग नेपाली भाषा-साहित्यक प्रकाण्ड विद्वान् डा. राजेन्द्र विमल अपन ओजपूर्ण संबोधन मे समस्त वैश्विक मानव समुदायक कल्याणक निमित्त मिथिलाक योगदान पर प्रकाश देलनि। नेपाल सरकार आ समस्त नेपाली नागरिक केँ आगाह कएलनि जे देशक गरिमा केँ बढेबाक लेल मैथिली भाषा-साहित्यक पौराणिकता केँ आत्मसात करैत एहि दिशा मे आरो डेग बढेबाक आवश्यकता अछि। स्वयं मैथिलीभाषी सब जाति ओ समुदाय सँ एहि विशिष्ट पहिचान प्रति कोना आत्मगौरव केर प्राप्ति कय सकब ताहि लेल एक सँ बढिकय एक दृष्टान्त सेहो रखलैन डा. विमल। आयोजन मे सब वर्गक लोक केर सहभागिताक भरपूर प्रशंसा करैत ओ प्रसन्नता व्यक्त कएलनि जे यैह काज आवश्यक अछि जे हमरा लोकनि सब जाति-समुदाय-वर्गक लोक केँ एक ठाम आनी। एकता मे बल होएत छैक। एकत्रित रहब त जीत सुनिश्चित अछि। जीतिया महोत्सव यथार्थतः जीतियाक आध्यात्मिक संदेश केँ व्यवहारिक जगत् मे दर्शन करौलक ताहि सँ आह्लादित छी, डा. विमल अपन संबोधन मे कहलनि।

संघीय समाजवादी फोरम केर अगुआ नेता तथा पूर्व सभासद जयराम यादव यदुवंशी सेहो अपन ओजपूर्ण भाषण मे समस्त सहभागी जनमानस सँ अपन भाषा-संस्कृति केर महत्व केँ आत्मसात करबाक आह्वान कएलनि। ओ कहलैन जे मात्र १ दिवसक आयोजन कय लेला सँ अपन भाषा, भेष, परम्परा, संस्कार आदिक रक्षा नहि भऽ सकत, हमरा लोकनि राज्य प्रदत्त सुविधा अनुरूप ऐच्छिक भाषाक रूप मे अपन बच्चा केँ मैथिली भाषा अवश्य पढाबी। निज भाषाक विस्मृति सँ अन्य भाषाक उपनिवेश मे हमरा लोकनि स्वतः गुलामी स्वीकार करैत छी – एहि बात केँ बुझेबाक लेल ई आयोजन काफी अछि। एकरा ईमानदारी सँ हमरा लोकनि अपन-अपन घर मे सेहो पालना करी। मात्र नाच-गान करब आ मंचीय भाषण मे चिन्ता प्रकट करब – एहि तरहक काज केवल मिथ्याचार होयत। वास्तविक मुक्ति लेल हम सब अपन भाषाक प्रयोग सँ गौरवक बोध करी।

कार्यक्रमक उद्देश्य एकजुटताक सन्देश – विगत कतेको वर्ष सँ कएल गेल एहि आयोजनक निखरैत रूप पर प्रकाश दैत दहेज मुक्त मिथिलाक अन्तर्राष्ट्रीय संयोजक प्रवीण नारायण चौधरी अपन संबोधन मे ‘मैथिली – जिन्दाबाद’ – ‘मिथिला – जिन्दाबाद’ केर सूत्र पर सब केँ आगू बढैत रहबाक सन्देश देलनि। विदित हो जे जीतिया महोत्सव केँ बन्द सभागार सँ बाहर मैदान मे आयोजन करबाक पहिल आयोजन हिनकहि संयोजन मे २०७० साल मे मोरंग कैम्पस मे कएल गेल छल। तहिया सँ निरन्तर वसुन्धरा झा सहित अन्य-अन्य महिला नेत्री लोकनि आब वृहत् स्तर पर अनेको स्थानपर एहि आयोजन केँ निष्पादन करैत आबि रहल छथि। मैथिली जिन्दाबाद केर संपादक समेत रहल चौधरी केँ आयोजन संस्था द्वारा सम्मानित सेहो कएल गेल छल। ओ आम जनमानस सँ जीतिया पाबनिक एकताक सन्देश ग्रहण करैत हरेक अवसर पर एकत्रित रहबाक आह्वान कएलनि आर अपन पहिचानक विशिष्टता केँ चौजुगी जीबित मिथिला संस्कृति सँ जुड़ल रहबाक बात पर गर्व करबाक आ एकरा निभेबाक आम अनुरोध सेहो कएलनि।

विराटनगरक वरिष्ठ उद्योगपति ताराचन्द खेतान द्वारा हरेक वर्षक भाँति अहु वर्ष विशेष सहयोग देल गेल छल। ओ अपन संबोधन सँ आयोजिका वसुन्धरा सहित समस्त महिला समाज केँ अपन अधिकार प्रति सजग रहि समाज केँ सुन्दर बनेबाक लेल हर संभव प्रयास करैत रहबाक आवश्यकता पर जोर देलनि। संघीय समाजवादी फोरम केर मोरंग जिला अध्यक्ष राजकुमार यादव सेहो अपन संबोधन मे एहि आयोजन सँ मैथिली भाषा, मिथिला संस्कृति आर मिथिला मधेशक जनसमुदाय केँ एकताक सूत्र मे बँधबाक कार्य वसुन्धरा झा केर अगुवाई मे संभव होयबाक बात केँ प्रशंसा कएलनि, संगहि आगामी समय मे एकरा आरो वृहत् स्तर पर आयोजित करबाक लेल अपना सहित हुनक पार्टी सेहो प्रतिबद्ध रहत से जानकारी करौलनि।

विद्यापति केन्द्र फारबिसगंज केर संचालक गुड्डू ठाकुर संस्थापक अभिनेता फूल सिंह केर तरफ सँ २,५०० टका केर आर्थिक सहयोग संयोजिका वसुन्धरा झा केँ हस्तान्तरण कएलनि। संगहि विद्यापति केन्द्र द्वारा रोजगारोन्मुखी सामुदायिक योजना पर प्रकाश दैत दुनू पारक मिथिलाक लोक बीच केन्द्र निरन्तर कार्य करैत अपन समाज केँ सबल बनबैत रहत ताहि पर विचार रखलाह। एहि गरिमामय कार्यक्रम मे थारू महिला नेत्री नीरा भगत थारू सहित विभिन्न समाजक प्रतिनिधि अगुआ लोकनि भाग लेने छलाह। सभा समक्ष सब कियो अपन-अपन विचार आर आगामी समय लेल प्रतिबद्धता प्रकट कएलनि।

कार्यक्रमक अध्यक्षता मैथिली महिला समाजक अगुआ व्यक्तित्व वन्दना चौधरी केली, मंच संचालन प्रसिद्ध उद्घोषक प्रकाश प्रेमी, माला मिश्रा तथा मैथिली कवि अजित झा द्वारा बेरा-बेरी होएत रहल छल। कार्यक्रम लगभग ७ घंटा धरि लगातार चलैत रहल। चारूकात बड़का मेला जेकाँ लागल छल जाहि मे हजारों-हजार महिला आ ताहि सँ कनेक कम संख्या मे पुरुष लोकनि सेहो भाग लेलनि। गायिका स्नेहा झा केर मधुर स्वर सँ बीच-बीच मे मैथिलीक नव-पुरान गीत-संगीतक फव्वारा छूटैत रहल। विभिन्न विद्यालयक बाल-बालिका द्वारा मिथिलाक लोकनाच सभक प्रस्तुति अत्यन्त आकर्षक छल। भानु कला केन्द्र केर प्रसिद्ध कलाकार प्रेम सुनाम सेहो अपन यूनिक भ्वाइस मे ‘बबुआ ओ बबुआ’ गीत गाबि आ ‘एतय के झुमका नहि पहिरब दरभंगा सँ मंगाय दिअ’ स्नेहाक गायल गीत पर नाच प्रस्तुत कय दर्शक सब केँ मन मोहि लेलनि। स्नेहा झा अपन उत्कर्षपूर्ण आवाज मे दर्शक सब केँ नाचय-गाबय लेल बाध्य केने छलीह। ‘दर्दी सजना’ केर गीत मे स्नेहाक स्वर केर खूब तारीफ भेल। हुनकर गायन सँ प्रभावित भ प्रीति झा सहित कतेको महिला मंच-तोड़ नाच करय लगलीह जे कार्यक्रमक अत्यन्त उत्कर्षक क्षण बुझायल। मंच पर मनोरंजनात्मक प्रस्तुति मे झीझिया नाच, डूएट नाच, सामूहिक नाच सभक बहुतो रास वेराइटीज परोसल गेल छल। कार्यक्रमक भव्यता एहने रहल जे अन्त मे मंच पर अन्हार पसैर गेलाक बादो भगवान् झा द्वारा ‘हम त नमड़ी छी फचैँर’ डहकन गाबिकय लोक सभक मनोरंजन कएल गेल छल। तहिना कवि एवम् पंडित प्रेम नारायण झा सेहो दहेज मुक्त मिथिला पर अपन कविता आ मिथिला परिचायक पौराणिक श्लोक वाचनक संग अपन विचार सेहो रखलैन।

आयोजक संस्था द्वारा डा. राजेन्द्र विमल, प्रवीण नारायण चौधरी, नवीन झा, ब्रह्मदेव यादव, प्रेम सुनाम, मो. आबिद हुसैन (एस. एम. साउन्ड) केँ प्रशस्ति पत्र सहित सम्मान प्रमुख अतिथि आपूर्ति मंत्री शिव नारायण मंडल केर हाथ सँ प्रदान करौलनि। तहिना आयोजक द्वारा मंचासीन अतिथि लोकनिक हाथ सँ विभिन्न विद्यालयक प्रतिनिधि कलाकार सब केँ सम्मान पत्र हस्तान्तरित करैत प्रेमक-प्रतीक चिह्न सेहो प्रदान करौलनि। स्वयं आयोजक द्वारा लगभग १०० गोट महिला कार्यकर्त्री लोकनि केँ सम्मान पत्र, फूल माला आदि पहिराकय प्रतीक चिह्न सहित सम्मान देल गेल छल। जीतिया पर्व समारोह हर वर्षक भाँति अहु वर्ष अपार सफलताक संग संपन्न भेल आर लोक सब एकर चमत्कारिक प्रभाव केर विषय मे खूब चर्चा करैत देखेलाह।