मिथिला रक्षार्थ काञ्चीपुरम् शंकराचार्य सेहो चिन्तित

काञ्चीपूरम् पीठक नव ओ पूर्व शंकराचार्य क्रमश: बायाँ सँ विजयेन्द्र सरस्वती आ जयेन्द्र सरस्वती।

नव दिल्ली, २ मई, २०१५. अमित चौधरी, मैथिली जिन्दाबाद!

काञ्चीपूरम् पीठक नव ओ पूर्व शंकराचार्य क्रमश: बायाँ सँ विजयेन्द्र सरस्वती आ जयेन्द्र सरस्वती।
काञ्चीपूरम् पीठक नव ओ पूर्व शंकराचार्य क्रमश: बायाँ सँ विजयेन्द्र सरस्वती आ जयेन्द्र सरस्वती।

हालहि संपन्न एक व्यक्तिगत भेंटक दौरान श्री काञ्ची कामकोटि पीठम्, काञ्चीपुरम् केर शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती मिथिलाक पौराणिकता आ ऐतिहासिक आध्यात्मिक-दार्शनिक योगदान केँ विशेष स्मरण करैत वर्तमान समयक शिक्षा पद्धति सँ आयल ह्रास पर चिन्ता व्यक्त केलनि। समाजक अगुआवर्ग मैथिल ब्राह्मण मे संस्कृत शिक्षा प्रति उदासीनता सेहो दुखद होयबाक भावना रखलनि। काञ्ची कामकोटि पीठ द्वारा एहि दिशा मे निश्चित जागरुकता आ पठन-पाठनक इन्तजाम मिलेबाक योजना बनि रहबाक रहस्य सेहो उजागर कएलनि। परञ्च वर्तमान समय मे लोक बेसी पेशागत अध्ययन आ पेटक चिन्ता सँ बेसी बेहाल रहि त्यागपूर्ण विद्या अध्ययन सँ दूर होयबाक संस्कृति मे प्रवेश पाबि चुकल अछि, यैह मूल कारण सँ समाज मे विकृति बेसी प्रवेश कय रहल अछि, शंकराचार्य अपन भावना उद्गार प्रकट करैत चिन्तनक दिशा पर प्रकाश देलनि।

काञ्ची कामकोटि पीठ द्वारा मिथिलाक महिषी गाम सँ अतिशय लगाव होयब, ओहि ठाम पूर्वहि मे एकटा संस्थानक शुरुआत कय संस्कृत शिक्षा सँ विद्वान् समाज केँ जोड़ि रखबाक महत्त्वपूर्ण डेग उठायल जेबाक जानकारी सर्वविदिते अछि। एहि गामक युवा विद्वान् तथा जागरुक अभियानी अमित चौधरी सेहो काञ्चीपुरम् सँ काफी नजदीकी रखने छथि आ मिथिलाक खसैत आध्यात्मिक महता प्रति सतर्कता सँ किछु डेग उठेबाक लेल प्रतिबद्ध छथि। श्री चौधरी जानकारी करबैत मैथिली जिन्दाबाद सँ कहलैन जे शुरुआत मैथिल ब्राह्मण सँ करैत पुन: मिथिलाक गरिमाकेँ पुनर्बहाल करब हिनकर सपना अछि। एहि तरहक अभियान मे काञ्चीपुरम् केर अपूर्व सहयोग भेटत ताहि प्रति शंकराचार्य स्वयं वचन देलनि अछि, इहो जानकारी अमित चौधरी करौलनि।

फेसबुक सँ मैथिल युवा द्वारा संचालित अभियान पर प्रसन्नता व्यक्त करैत नव शंकराचार्य स्वामी विजयेन्द्र सरस्वती मैथिली जिन्दाबादक सेहो खूब प्रशंसा केलनि, संगहि एहि कार्यसमूह संग मिलबाक इच्छा सेहो प्रकट केलनि। मिथिला डायरेक्ट्रीक परिकल्पना सुनि बहुत प्रसन्नता प्रकट केलनि आ कहलनि जे सचमुच ई डायरेक्ट्री अलग-अलग ठाम मे बिखड़ल मैथिल मोती केँ एक सुन्दर माला मे गूथबाक कार्य करत। निस्सन्देह ई मैथिली जिन्दाबाद व मैथिल अभियानी लेल सौभाग्यक बात भेल आ निश्चित रूप सँ शीघ्रहि एहि दिशा मे डेग बढबैत शंकराचार्य संग भेंटघाँट करबाक प्रयास कैल जायत। मिथिला व मैथिली लेल हरेक प्रतिबद्ध डेग बढेबाक संकल्प केँ पूरा कैल जायत। एहि लेल अमित चौधरी प्रति आभार प्रकट करैत आगामी समय लेल सेहो सुनिश्चित संयोजनक आकांक्षा मैथिली जिन्दाबाद टीम केँ रहत।