मिथिला मरइ-जियइ तै सँ कि…. मोदीजीक हिसाब धरि हमहीं जोड़ब

विचारः नेशन फर्स्ट – मैथिलक मनोदशाक एक चित्रण

– प्रवीण नारायण चौधरी 

mithila-painting-lalita-deviहम ई खूब नीक सँ बुझैत छी जे मिथिलावासी केर बौद्धिक सामर्थ्य आर कोनो संस्कार सँ या आवोहवा-सभ्यता सँ बहुत बेसी अछि। एहि सामर्थ्य मे जे अपन क्षमताक सदुपयोग करैत अछि ओ त जीवन सफल करैत अछि, मुदा दुर्भाग्यवश वर्तमान बौद्धिकताक स्तर ओहि कहाबत सब केँ सिद्ध करैत अछि – जेना, ढेर जोगी मठ उजाड़, बेसी बुधियार भेला पर तीन ठाम मखैत छथि, बाजिते टा वीर, करय बेर मुसरी… आदि!

आब देखू जे काल्हि १७ गोट सैनिक केँ आतंकवादी हमला मे मारि देल गेल अछि…. बुझल बात छैक जे काश्मीर मे आन्तरिक उपद्रव आ बाह्य तागत सब एक संग उत्पात मचा रहल छैक, ओकरा सबकेँ भारत सँ स्वतंत्रता चाही, आब स्वतंत्रताक लड़ाई लड़बाक हक ओकरा कोना छैक, कियैक छैक आ ताहि पर भारतक रुखि कि छैक, ऐतिहासिक पृष्ठभूमि केहेन रहलैक अछि… ई सब बात पर बिना सोचने अधिकांश स्वजन्य मैथिल केँ नरेन्द्र मोदीक चुनावी भाषणक एक-एक टा बात मोन पड़य लगलैक अछि।

आब २०१६ ई. यानि २ वर्ष पूरा भेलाक बादो ओ स्मृति ओहिना शेष छैक जेना मोदीजी अपन अभियान संचालन करैत ओकरा सबहक वोट एखनहु मांग कय रहल होएथ। एहनो नहि छैक मोदी भक्त कम भ गेलैक आ कि आब नहि रहि गेलैक… से दुनू पक्ष हिसाब जोड़य मे लागि गेल छैक। कियो पाकिस्तान पर आक्रमण के बात करइ य, कियो सेना केँ फ्री कय देबाक बात कहइ य, कियो त परमाणु हथियारक उपयोग करय लेल पर्यन्त आतूर अछि… भैर दिन टीवी, फेसबुक, व्हाट्सअप पर अलेल पड़ल ओकरा केवल राष्ट्रीय मुद्दाक मीडियाफोबिया मे जीबाक आदति पड़ि गेल छैक। ई बस एकटा दृष्टान्त देलहुँ अछि। बात कहबाक ई अछि जे विवेक सँ हम कतेक बजैत छी, कतेक करैत छी आ ताहि मे अपन असल हाल कि अछि ताहि पर मनन कम करैत छी।

अपन मिथिलाक बेसी लोक राष्ट्र स्तर सँ नीचाँ सोचिते नहि छैक। नोकरी करतैक दिल्लीक गार्मेन्ट एक्सपोर्ट कम्पनी मे, ओवरटाइम सेहो चाही, पगाड़ टाइट हेतैक तखनहि पौआ आ कि अध्धाक जोगार हेतैक, मूर्गाक टांगक स्वाद भेटतैक… आइ-काल्हि नेट पैक सेहो ओटी के कमाई सँ पूरा करबाक चुनौती छैक – सेहो देखतैक। मुदा चार पहर वंशीबट भटक्यो साँझ पड़ो घर आयो आ फेर राष्ट्रीय मुद्दा पर बयान देब शुरु कर दियो। मिथिलाक समस्या सँ घर आक्रान्त भेल, घर छोडिकय आइ परदेश कमा रहल छी, बाल-बच्चा आ परिवार सबकेँ १ कोठरी भीतर मे जीवनक सब रंग मे रहबाक व्यवस्था दय रहल छियैक, महामारी-बीमारी सँ बीमार पड़त त सही इलाज दय सकबैक सेहो कूबत नहि अछि… विचित्र हाल अछि, मुदा जेना छी धैन सन। मोदीजी विदेश कियैक गेलाह, अमेरिका कि बाजल, चीन एखन लाइन मे अछि आ कि नहि… १४” रंगीन टेलिविजन पर सब समाचार देख लेलहुँ, आ अपन राय देनाय शुरु। आइ-काल्हि त फेसबुक पर – व्हाट्सअप पर वायरल समाचार आ विचार सब सेहो कट-पेस्ट मे फास्ट छैक।

हम सब प्रार्थना कय सकैत छी जे एहेन नीक उर्वरा बौद्धिक सामर्थ्यक संग जँ विवेक सेहो अपन मिथिलावासी मे आओत तऽ जरुर मिथिलाक दिन सुधरत।

हरिः हरः!!