सकारात्मकता केर अनुकरण – एकटा टटका-टटकी उदाहरण

२१ अगस्त २०१९. मैथिली जिन्दाबाद!!

विचार – वाणी भारद्वाज 

सकारात्मकता के अनुकरण – ई भेल असल अभियान

सकारात्मकता के अनुकरण केला सं कोना नकारत्मकता कम भऽ सकैत छैक …. तकर एक गोट टटका उदाहरण प्रस्तुत क रहल छी. एक टा चारि साल पुरान ग्रुप छल, ओहि मे जगह-जगह के लोक जुड़ल, ग्रुप बढय लागल. देश विदेश मे सेहो एकर प्रशंसा होमय लागल. चहुँ दिश सं वाहवाही भेटय लागल. आब सब शहर मे भेट घाट के सिलशिला शुरू भ गेल. स्वभाविकहि ओहि ग्रुप के अपना पर गर्व होमय लगलैक. अपना के अहं बुझनाय आ जतेनाय सेहो शुरू भ गेल. लोक सब सेहो हाथो-हाथ लेब लगलथिन्ह. सम्मान देखि सब अपना केँ एडमिन बनी तकर जुगाड़ मे लागय लागल. जेना राजनीति शुरू, एक दोसर के चुगली शुरू, अपना के चिक्कन देखाबय लेल चुगली एडमिन लग जाय लागल. इम्हर एडमिन केँ सेहो लोभ बढय लागल. जगह जगह के स्नेह आब वस्तु मे बदैल गेल. फेर स्नेह रूपी वस्तु के सेहो माँग बढय लागल, किछु दिन बाद वस्तु सं पाय मे बदैल गेल. जेना सब दिन सं होइत आयल जे बहुत गंदगीक बाद सफाईकर्मी आबि गंदगी साफ केलक, तहिना एकटा प्रतिद्वंद्वी ठाढ़ भ’ गेलैक. जेना एक मयान मे दुइ तलवार नहि रहय छैक, तहिना ओ कि बर्दाश्त होय? मुदा दोसर ग्रुप जिद्दी आ दृढनिश्चयी, कोनो फर्क नहि पडलन्हि. कतबो धमकी देल गेलैक, चक्र-कुचक्र चलल मुदा सब टा विफल भ गेलैक. प्रतिद्वन्द्वी ग्रुप अपन सुझबुझ सँ, आ अपन सहयोगी संगी लोकनिक उचित राय-विचार सं, अपन मातृभूमि लेल, जतय के माटि-पानि मे पलल बढल, ओतुका सुख-दुःख के जे आँखि मे बसल छल तकरा ध्यान मे राखैत, ओतय के महिला आ बचिया केँ कोना हुनरमंद बनाबी जाहि सं हुनकर आमदनी मे सेहो बढोतरी होय, एक टा ठोस निर्णय लेलीह. दरभंगा, मधुबनी आ ब्रम्होतरा तीनू जगह अलग-अलग निःशुल्क प्रशिक्षण केन्द्र खोललीह. दरभंगा मे ब्यूटीशीयन के, मधुबनी मे प्रसिद्ध मिथिला पेन्टिग के आ ब्रह्महोतरा मे सिलाय के. सब जगह के महिला खुशी-खुशी जुड़लीह आ प्रशिक्षण लेबय लगलीह. कियैक त हुनका हुनरमंद बनैय के छलैन्ह. अपन स्वाभिमान के रक्षा करैत स्वावलंब हेतीह आ संगहि एहि मे ईहो घोषणा छलैक जे दुइटा अव्वल आबयवाली महिला प्रशिक्षु केँ पुरस्कार सेहो भेटतन्हि. आब सुनू, ई बातक वाहवाही जहिना पहिल ग्रुप के एडमिन के लागल आ कि भक्क सं रहलीह. आ कि तुरनंत अपन ग्रुप के स्थापना दिवस के अवसर पर ई घोषणा केलन्हि जे, हमहूँ सब जगह-जगह निःशुल्क प्रशिक्षण केन्द्र खोलय लेल जा रहल छी, मुदा सदस्य ओकर खर्च उठेतीह. ईहो नीक. ई सुनि हमरा रहल नहि गेल.. त ..सत्ते बुझायल जे .. बुराई पर अच्छाई के विजय कही वा सकारात्मक सोचके कोना अनुकरण होइत छैक … से सद्यह बुझना मे आबि गेल.