बाढ़िक विपत्ति मे हर मानव द्वारा मानवीय सहयोग सँ बड पैघ राहत बँटायल अछि

तत्काल राहत बिहार सरकार केर तरफ सँ हरेक परिवार (कार्डधारक) केँ ६००० टका बैंक खाता मे पठा देल गेलैक अछि।
 
दरभंगाक जिलाधीश स्वयं बाढि पीड़ित केँ राहत लेल अनुगमन मे

अनाज, दबाई, आ तत्काल निवास लेल प्लास्टिक तिरपाल, आदिक सेहो वितरण भेलैक अछि। गाम-पंचायक केँ सख्त हिदायत छैक जे जान-माल केर सुरक्षा लेल जेहेन कोनो व्यवस्था चाही ताहि लेल प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं जिला पदाधिकारी सँ सीधा सम्पर्क करबाक अछि। जिलाधिकारी स्वयं अपनहि सँ हर दिनक राहत वितरण मोनिटर कय रहला अछि।

 
मंत्री संजय झा सेहो दिन-राति जल प्रकोप नियंत्रण व्यवस्थापन आ नुकसान केँ मिनिमाइज करबाक लेल परियोजनाक पदाधिकारी सभक संग हर जगह काजक अनुगमन आ विभिन्न निर्देशन आदि दय रहला अछि।
 
स्थिति केँ नियंत्रण मे सेहो कही, संगहि सरकार सजगता सँ सब किछु सम्हारि रहल यऽ ईहो सच अछि।
 
निजी संस्था – सामाजिक समूह आदि सेहो अपना-अपना सद्भावना सँ जगह-जगह मानवीय सहयोगक तौर पर राहत वितरण करैत अछि। जतय कतहु लोक समस्या मे देखाइत अछि ताहि सब केँ उचित सहयोग करय लेल अनेकों हाथ आगू बढल अछि। एहि मौका मे कतेको एनजीओ अपन हाथक सफाई सब सेहो देखा रहल अछि, जाहि पर किछु व्यंग्य हालक समय मे मैथिली संचारकर्म मे प्रकाशित कयल गेल। यथा मिसिर जी द्वारा राहत लेल चन्दा संकलन ५००० टका आ राहत वितरणक खर्चाक हिसाब मे कुल खर्चा राहत वितरण कयनिहार कार्यकर्ता पर ४२५० टका, राहत केवल ७५० टका के बिस्कुट पैकेट, सेहो लेनिहार कतेको हाथ!
 
कहबाक तात्पर्य ई भेल जे दानशीलता आ मानवीय सहयोगक भावना जरूर रहबाक चाही, लेकिन राज्य केर तरफ सँ जखन सब किछु तत्परता सँ भऽ रहल छैक तखन राज्यक कोष मे सेहो जमा कय अपन दान केँ सदुपयोग कयल जा सकैत अछि। खरखाँही लुटबाक प्रवृत्ति सँ सामाजिक पहल मे सक्रिय लोक केँ बचबाक जरूरति छैक, विशेष रूप सँ बाढि व अन्य प्राकृतिक प्रकोप केर संवेदनशील अवस्था मे।
 
अखिल भारतीय मिथिला संघ केर दिल्ली व दरभंगा केन्द्र एहि दिशा मे नीक पहल केलक अछि। शाश्वत मिथिला केर सोच पूर्ववत् सकारात्मक आ यथार्थ सहयोग लेल आगू देखि रहल छी। एहि मे आरो सहयोगी हाथ सब बढय ताहि लेल आह्वान कय रहल छी। अहाँक देल दान सुपात्र केँ भेटय, ई एनी-ओनी-तथैव-च मे खराब नहि हुअय, ताहि लेल जिम्मेदार लोक सब अपनहि सँ सारा बात पर मोनिटरिंग कय रहला अछि।
 
हरिः हरः!!