मंडनधाम महिषी गाम मे मैथिली विश्वविद्यालय स्थापित करबाक मांग लेल संपन्न भेल आम बैसार

महिषीधाम मे उठल मैथिली विश्वविद्यालयक स्थापनाक मांग

मुख्तार आलम, सहरसा। २६ मई २०१९. मैथिली जिन्दाबाद!!

मैथिली भाषाक उन्नति आ शैक्षणिक रूप सँ मिथिला कए सबल बनएबाक उद्देश्यसँ मैथिली विश्वविद्यालयक स्थापनाक लेल आजुक 26.05.2019क भारती-मंडन धाम महिषीमे आदित्य ठाकुर अधिवक्ताक संयोजनमे एकटा महत्वपूर्ण बैसार भेल। एहि बैसार केर अध्यक्षता कयलनि पूर्व सरपंच श्री निशाकान्त ठाकुर जी आ संचालन पूर्व प्रमुख सियाराम सिंह जी। बैसारमे विश्वविद्यालय केर नामकरण पर चर्च भेल आ ‘भारती मंडन मैथिली विश्वविद्यालय’ नाम सर्वसम्मतिसँ निर्णय भेल। एकटा पांच सदस्यीय कमिटी सेहो बनल ताकि कोन तरह केर प्रयास सँ एहि यूनिवर्सिटीक स्थापना होयत। एहि कमिटीक बैसार प्रत्येक सप्ताह होयत जाहिमे रणनीति बनत। एहि कमिटीक अध्यक्ष बनाओल गेल श्री निशाकान्त ठाकुर जी कए आ उपाध्यक्ष श्री सियाराम सिंह जी, महामंत्री श्री गंगानाथ राय, कार्यालय मंत्री श्री विशेश्वर चौधरी जी आ संयोजक आदित्य ठाकुर ।

आजुक निरंतर भए रहल मैथिली भाषाक ह्रास पर वक्ता लोकनि चिन्ता व्यक्त कयल आ एकर उन्नति लेल सामूहिक प्रयास केर बेगरता बतौलनि। वक्ता लोकनि द्वारा कहल गेल जे ई 2001 केर जनगणनामे मैथिली भाषीक संख्या चारि करोड़ छल आ 2011 केर जनगणनामे मात्र 35 लाख बाँचल अछि जे आश्चर्यजनक आ दुर्भाग्यपूर्ण सेहो अछि। ई एकटा पैघ षड्यंत्र अछि आ मैथिल लोक केर लापरवाही। जनगणना कर्मी सेहो मनमानी करैत छथि। आब 2020 सँ पुनः जनगणनाक प्रक्रिया प्रारंम्भ होयत आ हमरा सभक अखैने सँ सजग होयबाक बेगरता अछि। जनगणना कर्मी भाषाक कॉलममे हिंदी लिख दैत अछि जे सरासर गलत अछि। मिथिलामे रहनिहार सभ जाति, धर्म केर लोकक भाषा मैथिली अछि। तेँ मातृभाषाक कॉलम मे मैथिली लिखाइब जरूरी अछि।

प्राथमिक आ उच्चतर माध्यमिक स्तर पर मैथिलीक पढौनी नहि होयबा पर वक्ता लोकनि द्वारा मिथिला कए कमजोर करबाक एकटा साजिश बतौलनि आ सामूहिक प्रयास पर जोर देलनि। कहलनि जे 50 टा अभिभावक जों हस्ताक्षर युक्त पत्र प्रधानाध्यापक संग जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिलाधिकारी आ शिक्षा निदेशक कए पठाओल जाय तए शिक्षक केर व्यवस्था करै पड़तनि। अपन-अपन क्षेत्रमे एहि तरह केर अभियान चला कए सरकार पर दबाब बनायल जा सकैत अछि। एहि बैसारमे उपस्थित छलाह शिवशंकर राय, शिक्षा उपनिदेशक पटना, मुख्तार आलम, पंडित सोहन ठाकुर, रणविजय झा, परितोष कुमार ठाकुर, नरेश कुमार राय, चंद्रनाथ ठाकुर, सियाराम सिंह, परमेश्वरी प्रसाद मेहता वरीय अधीक्षक सहरसा, चंद्रानंद ठाकुर, शैलेश कुमार झा, आनंद झा, रौशन झा, गंगा नाथ राय, एन. सी. पी. सहायक, विनोद कुमार झा, सुरेन्द्र पाठक, विशेश्वर चौधरी, सुधीर राय, भवानंद खां, विमल झा, विनय कुमार, संगीत सिंह अधिवक्ता, दुखन चौधरी, संजीव कुमार ठाकुर, अंशु झा, संजीव कुमार मिश्रा, रितेश कुमार ठाकुर, धनञ्जय कुमार झा, चंदन कुमार पाठक, राजकुमार मिश्रा, कपिलेश्वर झा, अवधेश कुमार, अनिरुद्ध राम, राधेश्वर दास, देवानन्द चौधरी, सदानन्द ठाकुर, दयानंद ठाकुर, मिथिलेश झा आदि।