हैश टैग ‘मैं भी चौकीदार’ पर प्रवीण विचार

#मैं_भी_चौकीदार
 
भारतीय आम निर्वाचन जैसे-जैसे समीप आ रहा है, राजनीतिक शिगूफा वैसे-वैसे बड़ी मात्राओं में छोड़ा जाने लगा है। कांग्रेस के ‘चौकीदार चोर है’ के जबाब में मोदी जी ने चौकीदार शब्द से चोरों को भय लगने की बात कहकर आज देश के सारे ईमानदार और भ्रष्टाचार से नफरत करनेवाले लोगों को ‘मैं भी चौकीदार’ वाली भावनाओं से ओत-प्रोत कहकर बहुत बड़ा सन्देश दिये हैं। सचमुच, आप-हम या कोई भी यदि सत्य, ईमानदारी, पारदर्शिता, आदि को पसन्द करते हैं तो जरूर ही दिल कहेगा कि मोदी जी के आह्वान के साथ आप भी खुद को ‘मैं भी पहरेदार’ कहेंगे।
 
सच्चाई यही है कि आज भी देश बदहाल है, क्योंकि सिस्टम ही भ्रष्ट है। भ्रष्टाचार इस कदर से देश की व्यवस्था को जकड़ा हुआ है कि कोई चाहकर भी रातोंरात व्यवस्था नहीं बदल सकता। मोदी जी ने खुद को चौकीदार कहकर लोगों में एक मजबूत सन्देश दिये हैं। लेकिन वे लोग बलजोरी अपने ही जैसा मोदी जी को मानकर लोगों में भ्रम फैला रहे हैं – चौकीदार चोर है। वो चौकीदार जिसे सुप्रीम कोर्ट ने भी अपने न्यायपूर्ण निर्णय से स्वच्छ और पारदर्शी घोषित कर दिया है, उसे चोर लोग चोर सिद्ध करके न जाने अपने किस मतदाता को प्रभावित-प्रेरित करना चाहते हैं।
 
भारत की जनता को जाति और धर्म के साथ-साथ वर्गों में विभक्त करके ‘आरक्षण’ वाली संविधान से शासन व्यवस्था जिस किसी ने भी आरम्भ किया हो, परन्तु आज यह खतरनाक स्तर पर पहुँचकर समाज को एकजूटता पाकर विकास के बदले आपस में मनमुटाव और ईर्ष्या-वैरी से एक-दूसरे का खून का प्यासा तक बना दिया गया है। और विडंबना तो देखो – चुनाव में मतदाताओं को अपनी ओर लुभाने के लिये विभिन्न तरह का जातिवादी-वर्गवादी बातें करके सभी राजनीतिक दल खुद को सत्ता में ले जाने के लिये बाध्य हो गये हैं। इसमें भारतीय जनता पार्टी भी उतना ही मशगूल है, क्योंकि देश की राजनीतिक बुनियाद ही इन्हीं बातों पर खड़ा किया गया है, कोई अलग होकर भी आखिर क्या कर सकता। लेकिन विकास, सुशासन और कमजोर तवकों के लिये गम्भीरता से कार्य करने का जो रवैया मोदी सरकार ने दिखाया है उससे आनेवाले कुछ वर्षों में इन बातों से छुटकारा मिलने की संभावना प्रबल है। बाकी जाने ईश्वर!
 
देश-विदेश हर जगह भारत का नाम आज सम्मान से लिया जाने लगा है। भारतीय योग और दर्शन को विश्व समुदाय ने जबरदस्त समर्थन दिया है। हिन्दुत्व और इसके सहिष्णुता को भले देश के कथित धर्मनिरपेक्षवादी ने कितना ही ‘असहनशीलता’ का चोंगा पहनाने का कार्य किया परन्तु विदेशों में मोदी जी के विशेष अभियान के तहत भारत और भारतीयता को अतिरिक्त सम्मान मिलने लगा है। विदेशों से ‘मेक इन इंडिया’ के तहत अरबों-खरबों का लगानी (पूँजी निवेश) भी बढा ही है। स्वच्छता, स्वास्थ्य, शिक्षा, संचार, सड़क, सब कुछ ‘अच्छे दिन’ होने का संकेत दे रहा है। आगे और भी ५ वर्ष मोदी जी को मिले तो भारत काफी दूर तक आगे बढे! मेरा हार्दिक शुभकामना!
 
हरिः हरः!!