चेतना समिति पटना अपन पूर्व प्रखर रूप मे वापसी करब आरम्भ कय चुकल अछि

Patna-Mar.5,2019-Members of Chetna Samiti are addressing a press conference at Vidyapati Bhawan in Patna. Photo by – Sonu Kishan.
Patna-Mar.5,2019-Members of Chetna Samiti are addressing a press conference at Vidyapati Bhawan in Patna. Photo by – Sonu Kishan.

हालहि सम्पन्न (९-१० मार्च, २०१९) अन्तर्राष्ट्रीय मैथिल संस्था सम्मेलन उपरान्त चेतना समिति पटना एक बेर समूचा विश्व भरिक मैथिलीभाषी केँ अपन विशिष्टता सँ परिचित होयबाक अवसर प्रदान कयलक अछि। जखन कि चेतना समितिक निष्क्रियता जगजाहिर भऽ गेल छल आर एहि संस्था केँ किछु अति विशिष्ट सज्जन अपन पाकेट केर संस्था बनाकय साल भरि मे एक गोट विद्यापति स्मृति पर्व समारोह मनाकय अपन काज भेल बुझैत छल, परञ्च ई संस्था फेर सँ शीर्ष नेतृत्व मे परिवर्तन आनि एक नव दिशा मे अपन वृहत्-विहंगम दृष्टिकोण संग फेर सँ पुरने प्रखर रूप केँ प्राप्त करब शुरू कय देलक अछि। सोशल मीडिया आ मैथिली-मिथिलाक प्रत्येक सजग सज्जनवृन्दक मुंह पर एखन एकमात्र चेतना समिति पटना देखल जा रहल अछि।

चर्चाक क्रम मे एक रिटायर्ड जस्टिस चेतना समितिक सन्दर्भ मे अपन कटु अनुभव रखैत नव आशा पूरा होयत ताहि सँ विमति रखैत ‘ग्लोबल मैथिल समूह’ पर अपन विचार रखलनि। हुनकर अनुभव सँ देल गेल ई निर्णय कतहु सँ अनुचित नहि अछि, लेकिन विगत किछु मास सँ वा एना कहू जहिया सँ विवेकानन्द झा केँ अध्यक्ष बनाबैत नव कार्यकारिणी गठन भेल अछि तहिया सँ ई संस्था निरन्तर ठोस कार्ययोजनाक संग विगत दुइ दशकक निष्क्रियता आ वार्षिक अन्तराल पर एकमात्र विद्यापति स्मृति पर्व समारोह केर आयोजन मात्र करबाक निरस काज करैत पटना मे रहि रहल मैथिलीभाषी लोकनिक नजरि सँ पर्यन्त उतैर गेल छल ताहि सब केँ पुनः पटरी पर आनि रहल अछि।

सिर्फ २०१८ केर दोसर अर्धवार्षिक क्रियाकलापक हिसाब जँ कयल जाय तऽ कय गोट उच्च मूल्यक परिचर्चा गोष्ठी, मैथिली भाषा-साहित्य एवं कला तथा रंगकर्म आदि सँ जुड़ल विषय पर विज्ञ वक्ता लोकनिक व्याख्यान, जमीनी संघर्ष मे दैनिक जागरण द्वारा पटना मे आयोजित भाषागत कार्यक्रम मे मैथिली केँ हिन्दीक बोली कहब आ ताहि मे प्रो. वीरेन्द्र झा केँ वक्ता बनाकय जबरदस्ती मैथिली केँ असम्मान करबाक प्रवृत्ति पर जोरदार हमला करैत प्रो. झा केँ कारी-चुन लगायब, विद्यापति स्मृति पर्व समारोह मे संस्थागत, व्यक्तिगत, भाषागत सहभागिता मे परिमार्जन करैत जनसरोकारक विषय पर विमर्श आ वृहत् कवि सम्मेलन आदिक नव प्रारूप पर काज करैत २० वर्षक बाद फेरो सँ मैथिलीभाषी जनमानस मे एकटा सकारात्मक सन्देश देबाक काज, विद्यापति भवन केर नीचाँ सँ ऊपर धरि मिथिला चित्रकलाक माध्यम सँ सीता चरित्र उकेरबाक अति-महत्वपूर्ण कार्य, संस्थाक कार्य आ योजना मे आरो सक्रिय लोक सब केँ जोड़िकय भिन्न-भिन्न तरहक सहभागिता सुनिश्चित करब, मैथिली भाषा-साहित्य किंवा समाज लेल उत्कृष्ट योगदान देनिहार केँ सम्मान, सैकड़ों महत्वपूर्ण पोथी आ शोधपत्रक प्रकाशन संग संकलन आ पुस्तकालय मार्फत अध्ययन केन्द्र उपलब्ध करायब, मिथिलाक कतेको रास महापुरूष लोकनिक जयन्ती या पुण्यतिथि पर परिचर्चा गोष्ठीक आयोजन, बिहार सरकार समक्ष नव सिरा सँ मैथिली-मिथिला लेल संघर्ष करबाक एकटा कठोर प्रतिबद्धता प्रकट करैत विगत किछु मास सँ मिथिलाक्षेत्र आ कि मिथिलाक बाहर आयोजित महत्वपूर्ण गोष्ठी-सत्र मे सहभागी बनिकय नेतृत्व प्रदान करबाक लेल संकल्प लेबाक बात – ई सब बहुतो तरहक बात चेतना समिति सँ नव आशा जगबैत अछि। आर, अन्ततोगत्वा वर्तमान सम्मेलन सँ सब संस्था केँ एकठाम आबिकय एकजूटता सँ काज करबाक लेल नेतृत्व देबाक काज भेल अछि। एतबा नहि, एहि संस्थाक सालाना आय तकरीबन १ करोड़ अछि आर संस्था एहि लेल कटिबद्धता जनौलक अछि जे नीक काज कियो करय, ताहि मे चेतना समिति आर्थिक सहयोग सेहो करत। लगातार पटना सँ मैथिली विषय मे तैयारी कयनिहार सेवा आयोग केर परीक्षाक प्रतियोगी केँ सहयोग सँ लैत राज्यक निकाय सँ अपन भाषा-साहित्य-समाज-संस्कृति आदि लेल मांग पूरा करेबाक वचनबद्धता – ई सब चेतना समितिक वर्तमान कर्मठता केँ सिद्ध कय रहल अछि। तखन, यैह गतिशीलता बनल रहबाक चाही।

आब एहि संस्था प्रति उदासीन वा नकारात्मक भाव केँ त्यागिकय समस्त मैथिली-मिथिला लेल संकल्पित संघ-संस्था अपन-अपन सामर्थ्य आ सकारात्मक सोच अनुरूप सहयोग लेल तत्पर बनय। हम व्यक्तिगत तौर पर एहि लेल कृतसंकल्पित छी जे समिति केँ हमर जाहि तरहक आवश्यकता बुझेतैक, हमरा जरूर सेवाक अवसर दियए। संगहि, हमर नेतृत्व मे चलि रहल संस्था दहेज मुक्त मिथिला हो, या सम्पर्कित विभिन्न अन्य संस्था यथा मैथिली सेवा समिति, मैथिली विकास अभियान, मैथिली विकास कोष, मैथिली साहित्य परिषद्, आदि अनेकों संस्था केँ एकर संस्था सदस्य बनेबाक लेल सहर्ष तैयार छी। हम सब संस्था सँ हार्दिक अपील करैत छी जे मैथिली-मिथिला केँ उचित नेतृत्व करय योग्य एहि संस्था संग आबद्ध भऽ अपन-अपन एजेन्डा केँ आरो मजबूत ढंग सँ आगू बढाउ, काज करय जाउ। मैथिली जिन्दाबाद!!

हरिः हरः!!