नेपालक युगपरिवर्तनकारी नेताक नाम थिक कामरेड प्रचन्ड

युग-परिवर्तनकारी नेताक नाम थिक – कामरेड प्रचन्ड

ओना त जनयुद्ध आ माओवादी क्रान्तिक सूत्रधार – लेकिन राष्ट्रक समृद्धि लेल अपन अनेकों सिद्धान्त आ कट्टरता सँ सीधा समझौता करैत राष्ट्रहित केर चिन्तक होयबाक अकाट्य उदाहरण बनेनाय हिनक व्यक्तित्वक अनुकरणीय विशेषता थिक।

हमरा याद अबैत अछि, माओवादी संग शान्ति समझौता उपरान्त जखन पहिल बेर विराटनगर मे एकटा जनसभा मे कामरेड प्रचन्ड पहिल बेर पब्लिक मे देखायल छलाह। ओहो….! ओ अपार जनसमर्थन सिद्ध कएने छल जे ई केकर आवाज छलाह आ कि छथि। ताहि पर सँ पैछला १२ वर्ष मे अनेकों राजनीतिक उतार-चढाव केर प्रत्यक्ष गबाह – राजतंत्र सँ गणतंत्र केर देशगमन आ पुन: संविधान सभा १ मे अपार बहुमत रहितो संविधान निर्माण मे असफलता, संविधान सभा २ मे जनादेश मे तेसर स्थान पर खिसकब आ तैयो राष्ट्र केर हित लेल अपन सारा सिद्धान्त आ कट्टरता केँ ताख पर राखि संविधान निर्माण मे पैघ जिम्मेदारी-हिस्सेदारीक निर्वाह करब, आर नव संविधान मे तेसर बेरुक चुनाव लड़ैत गठबंधन केर संस्कृति मे प्रवेश आ फाइनली कम्युनिष्ट एकता केर सूत्रपात करब…. कतेको रास बात हिनका सँ जन-जन केँ सिखबाक अवसर देखैत छी।

नेपालक राजनीति मे एहि व्यक्ति सँ उच्च अन्य दोसर केओ हमरा नहि देखाइत अछि। आइ ई देशक आर्थिक समृद्धि लेल प्रतिबद्ध छथि। प्रणम्य व्यक्तित्व छथि।

निरपेक्ष राजनीतिक विचार केर लोक लेल ई एक आदर्श थिकाह, एहि मे दुइ मत नहि।

मैथिली-मिथिलाक सेवा लेल हमरो प्रेरणापुरूष कामरेड प्रचन्ड छथि, ओना कम्युनिष्ट विचारधाराक हम समर्थक नहि पहिने रही, न आइ छी आ ने भविष्य मे होयब। देश-काल-परिस्थिति अनुसार चलबाक एकटा अनुपम आ उत्कृष्ट उदाहरण केर रूप मे हिनकर व्यक्तित्व आ वाणी हमरा सब समान लोक लेल सदैव प्रेरणाक मूल स्रोत थिक।

नेपाल एक हिन्दूराष्ट्र छल, ई एकर विशेषता छलैक। आइ एकटा दु:खक मूल कारण यैह अछि। ईहो जल्दी सुधार पाओत आ विश्व मे बुद्धक देश ‘हिन्दूदेश’ बनिकय रहत जतय अन्य सब धर्म प्रति सहिष्णुता आ समान नीति होयत, ई अपेक्षा करैत छी।