अहमदाबाद मे पहिल बेर २८ जनवरी केँ आयोजित होयत मिथिला विभूति स्मृति पर्व समारोह

महाकवि विद्यापतिक स्मृति देश-विदेश सौंसे, एकजुट करैत मिथिलाक जनमानस केँ कविकोकिल विद्यापति

अहमदाबाद, दिसम्बर ५, २०१७. मैथिली जिन्दाबाद!!

गुजरातक राजधानी अहमदाबाद मे सेहो मिथिलाक प्रवासी समाज बहुतो वर्ष सँ अपन गंभीर योगदान दैत आबि रहला अछि। एतुका विकास मे – प्रशासन मे आर संग-संग आधुनिक समयक उद्योग व्यवस्थापन हो अथवा राजनीतिक परिवेश – सब तैर मैथिल जनमानसक योगदान केँ मूल गुजरातवासी सेहो सराहनीय दृष्टि सँ देखैत छथि। परञ्च सालों-साल सँ एहि समाजक लोक केँ अपन मौलिक पहिचान प्रति कोनो सार्वजनिक तौर पर आयोजन आदि नहि करैत देखि ‘माँ जानकी सेवा समिति तथा शाश्वत मिथिला’ एहि वर्ष सँ महाकवि विद्यापति केँ मिथिलाक प्रतिष्ठित साहित्यकार एवं मातृभाषा मैथिली केँ देसिल वयना सब जन मिट्ठाक क्रान्तिकारी नारा देनिहार महानायक केर रूप मे आ संगहि अन्य विभूति लोकनिक स्मृति दिवस मनेबाक कार्य आरम्भ कय रहल अछि। – ई जनतब विधान झा – कार्यक्रम संयोजक द्वारा मैथिली जिन्दाबाद केँ देल गेल अछि। हुनकर पठाओल आम निमंत्रण पत्र केँ एतय समस्त जानकारी लेल जहिनाक तहिना राखब, मुदा मैथिली जिन्दाबाद केर तरफ सँ हुनका पूछल गेल किछु प्रश्न आ उत्तर सेहो एकर बाद अवश्य पढी।

अहमदाबाद सँ विधान झा द्वारा उपलब्ध करायल गेल समाचार

हमर मिथिला महान हमर मैथिली महान,
हमर भारती आ भामती औ’ जानकी महान ।
हमर विद्यापति महान वाचस्पति महान ।
के नै जनैत अछि मण्डण अयाची के,
बाबा नागार्जुन केर सगरो जहान ।
हमर मिथिला महान हमर मैथिली महान ॥

——————- नोत हकार —————–

अपार हर्षक संग सूचित कए रहल छी जे “माँ जानकी सेवा समिति” केर तत्वावधान में “शाश्वत मिथिला” केर सौजन्य सँ “मिथिला विभूति स्मृति पर्व समारोहक” आयोजन अहमदाबाद में होमय जा रहल अछि जाही में अपने सपरिवार सादर आमंत्रित छी ।

कार्यक्रम :

दिनांक : 28 जनवरी, 2018 (रवि दिन)
समय : अपराह्न 2:30 बजे सँ
स्थल : सरदार वल्लभभाई पटेल स्मृति हाॅल, सर्किट हाऊसक नजदीक, शाहीबाग, अहमदाबाद
विवरण : गीत-संगीत, मिथिला विभूति औ’ पाहुनक सम्मान, पोथीक विमोचन एवं प्रीति भोज
स्टाॅल : मिथिलाक लोक कला, मैथिली गीत एवं साहित्यिक पुस्तकक संवर्धन

पाहुनगण :

डाॅ0 जे. एन. सिंहजी (IAS)
श्री शिवानंद झाजी (IPS)
श्री मोहन झाजी (IPS)
श्री अरूण कुमार शर्माजी (IPS)
श्री के. के. ओझाजी (IPS)
श्री मनोज कुमार दासजी (IAS)
श्री मुकेश कुमार जी (IAS) तथा अन्य वरिष्ठ पदाधिकारीगण ।

सुविख्यात कलाकार द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमक प्रस्तुति :

(१) उद्घोषक एवं मैथिली मंचक नामचीन संचालक श्री कमलाकांत झाजी (पूर्व अध्यक्ष, मिथिला अकादमी, पटना),
(२) मिथिला रत्न स्वरसम्राट श्री कुंज बिहारी मिश्र,
(३) सिद्ध कलासाधिका सुश्री मैथिली ठाकुर (उपविजेता राईजिंग स्टार, कलर्स टीवी)
(४) कला शिरोमणि श्री राम बाबू झा
(५) लोक गायिका श्रीमति प्रीति मिश्रा
(६) महिला हास्य कलाकार सुश्री प्रियंका प्रियदर्शि

हिनक अलावा अनेकों चिरपरिचित कलाकार, विद्वतजन, कवि, मिथिला-मैथिली हेतु समर्पित समाजसेवी तथा गौरवशाली व्यक्तित्व आमंत्रित छथि ।

विनम्र निवेदन जे अपने सपरिवार (नवतुरियाक संग) मिथिलाक परिधान में सुसज्जित भए एही कार्यक्रम के मिथिलामय बनेबा में समय पर अपन गरिमामय उपस्थिति सँ अनुग्रहित करी ।

विधानजी संग मैथिली जिन्दाबाद केर वार्ता

मैथिली जिन्दाबादः विधानजी, कार्यक्रम सफलता लेल शुभकामना। एहि संगठन मे के सब छथि, के संयोजन कय रहलहुँ अछि आर एकर मुख्य उद्देश्य कि सब अछि?

विधान झाः कार्यसमिति एखन किछेक रास लोक केँ जोड़िकय गठन कयल गेल अछि। एकर अगुवाई कन्हैया पाठक, हर्षित पाठक कय रहला अछि। तहिना नीरजजी, नागेन्द्रजी, संतोषजी शाश्वत मिथिला नामक समूह जिनक प्रायोजन मे ई आयोजन भऽ रहल अछि। हम स्वयं एकर संयोजन कय रहल छी। हमरा लोकनि अहमदाबाद मे मैथिल समाजक आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक सब तरहक योगदान केँ काफी उच्च मानैत रहल छी। आर, ई संगठन आरो समस्त मैथिल केँ जोड़िकय एकटा सशक्त मंच बना सकय यैह उद्देश्य अछि। वर्तमान समय जाहि तरहक सभ भारतीय केर अपन-अपन क्षेत्रीय पहिचानक महत्व आ ओकरा जोगेबाक जरुरत आर-आर संस्कृति मे देखि रहल छी ताहि मे हमहुँ मैथिल (मिथिलावासी) एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाबैत रही, ई बहुत जरुरी अछि। ताहि लेल ई आयोजन मील केर पाथर सिद्ध होयत ई अपेक्षा करैत छी।

मैथिली जिन्दाबादः किछु सार्थक उपलब्धि भेटय से प्रार्थना। अपन भाषा, भेष आ पहिचान केँ संविधान सँ सम्मान भेटय ताहि लेल अहाँ सभक ई आयोजन निश्चित देश भरि मे सार्थक संवाद केर संचरण करत। विद्यापति महापुरुष आ महादेवक अनन्य भक्त छलाह, हिनक स्मृति त निश्चिते हमरा सब केँ लक्ष्यक दिशा मे बढा रहल अछि। विद्यापतिक विशेष स्मृति लेल के सब विद्वान् एहि मे सहभागी बनता?

विधान झाः अपने केँ पठायल विस्तृत कार्यक्रम सूची मे आधा दर्जन तँ भारतीय प्रशासनिक सेवा मे उच्च ओहदा पर विराजमान मैथिल केर नाम अछिये, संगहि आरो बहुत रास महत्वपूर्ण व्यक्तित्व सब एहि विद्यापति विशेष स्मृति दिवस पर उपस्थित रहता। महाकवि विद्यापति सँ हम सब आइयो पूरे देश मे मैथिल-मिथिलावासीक रूप मे प्रतिष्ठा पबैत छी। हिनकर क्रान्तिकारी योगदान सँ जाति-पातिक भेद मेटा जाएत अछि आर केवल भाषाक नाम पर हम सब जातिक मिथिलावासी एकत्रित होयबाक सौभाग्य पबैत छी। तखन ई पहिल बेर केर आयोजन होयबाक कारण एहि बेर सब तैर सँ आरो लोक एकत्रित हेताह त ऐगला वर्ष सँ आरो वृहत् आयोजन जरुर होयबाक उम्मीद अछि।

मैथिली जिन्दाबादः अहाँक कार्यक्रम सूची मे कोनो विचार गोष्ठी, विद्वत् सभा या कवि सम्मेलन आदिक आयोजन होयबाक बात स्पष्ट नहि भऽ रहल अछि। कि विद्यापतिक नाम पर समारोह हो आर मैथिली भाषा केँ जिवन्त राखनिहार कवि तक केँ अहाँ सब नहि बजाबी – ई कतेक उचित?

विधान झाः स्थानीय तौर पर किछु कवि सम्पर्क मे छथि। हम सब चाहितो छी जे एहि बेर पहिल आयोजन सँ अपनेक सुझाओल विन्दु सब पर लोक सब केँ जनतब दैत स्थानीय समाज सँ सेहो लेखक, कवि, संचारकर्मी आदि केँ मैथिली भाषा मे तैयार करी। ई ठोस आ महत्वपूर्ण काज करबाक चुनौती अछि हमरा सभक सोझाँ। लेकिन सब कियो छितरायल रहलाक कारण एहि बेर बहुत बात नहि समेट सकल छी। सिर्फ पैघ-पैघ मैथिली कलाकार आ उद्घोषक केँ बजौलियनि अछि जाहि सँ बेसी स बेसी लोक एकत्रित होयब आर ऐगला आयोजन सँ कवि सब केँ सेहो जरुर आमंत्रित करबन्हि। ओना, मैथिली जिन्दाबादक माध्यम सँ ई जनतब देबय चाहब जे यदि कोनो कवि अपन सुविधानुसार एहि मे सहभागिता देता त हम सब स्वागत करय लेल तत्पर छी, मुदा मैथिलीक कोनो आयोजन मे कोष व्यवस्थापन बड पैघ बात होएत छैक आर हम सब नव-नव अहमदाबाद मैथिल समाज केँ जगाबय चलल छी, तऽ एहि बेर बिना विदाई आदिक किनको बजेबाक हिम्मत नहि जुटा सकलहुँ। लेकिन स्वागत आ सत्कार लेल हम सब तत्पर रहब।

मैथिली जिन्दाबादः विद्यापति केर स्मृति मे सिर्फ गीत-नृत्य आ भोजादिक आयोजन सँ काज चलत? कि अहाँ सब केँ एना बुझाएत अछि जे सिर्फ नाच-गाना सँ विद्यापति जेहेन महान युगपुरुष जे अपन जीवन भाषा आ संस्कृतिक संग पहिचानक विशिष्टताक रक्षा मे लगा देलनि तिनकर स्मृति दिवस उचित रूप सँ मना सकब?

विधान झाः हम बेर-बेर कहलहुँ जे ई पहिल बेरक आयोजन छैक, आगाँ सँ हमरा लोकनि बेसी नीक करब। अपने लोकनिक सुझाव आ सहयोग सँ एतुका आयोजन आरो महत्वपूर्ण भूमिका कय सकत। देश भरिक मैथिल संस्था – संगठन सब संग सहकार्य करबाक लक्ष्य सेहो अछि हमरा सभक। बस अपने लोकनि सहयोग बनेने रही।